नवरात्र शुरू हो रहे हैं। इस दिन घट स्थापना के साथ नौ देवियों की पूजा शुरू हो जाएगी इस नवरात्र में ग्रह-नक्षत्रों की शुभ स्थिति के कारण लगभग हर दिन शुभ योग बन रहा है। जिससे खरीदारी के मुहूर्त बन रहे हैं। वहींतिथि क्षय होने सेपंचांग भेद के कारणदुर्गाष्टमी और महानवमी पूजा में मतभेद रहेगा। कुछ लोग दुर्गाष्टमी 5 अक्टूबर को और कुछ 6 को मनाएंगे। इसी तरह नवमी पूजन 6 और 7 अक्टूबर को किया जाएगा।
- किस दिन बनेगा कौन सा योग नवरात्र में तिथि, वार और नक्षत्रों के संयोग से लगभग हर दिन शुभ योग बन रहा है। इन दिनों में सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि, द्विपुष्कर, इंद्र और रवियोग बन रहे हैं। इन शुभ योगों में नए कामों की शुरुआत करना श्रेष्ठ माना गया है। इनके साथ ही हर दिन खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त बन रहा है।
- 29 सितंबर को सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि और द्विपुष्कर योग रहेगा।
- 30 सितंबर को इंद्र योग रहेगा।
- 1 अक्टूबर को रवियोग रहेगा।
- 2 अक्टूबर को सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि योग और रवियोग रहेगा।
- 3 अक्टूबर को सर्वार्थसिद्धि और रवियोग रहेगा।
- 4 अक्टूबर को रवियोग रहेगा।
- 6 अक्टूबर को सर्वार्थसिद्धि और रवियोग रहेगा।
- 7 अक्टूबर को सर्वार्थसिद्धि और रवियोग रहेगा।
- 8 अक्टूबर को रवियोग रहेगा।
किस दिन कौन सी तिथि
29 सितंबर रविवार को प्रतिपदा तिथि पर घटस्थापना होगी। 3 अक्टूबर को ललिता पंचमी का व्रत और पूजा की जाएगी। 4 अक्टूबर को षष्ठी तिथि के साथ ही बंगाल में दुर्गा पूजा शुरू हो जाएगी। वहीं कुछ पंचांगों में तिथि क्षय होने के कारण 5 और 6 अक्टूबर को अष्टमी की पूजा की जाएगी एवं 6 व 7 अक्टूबर को नवमी तिथि का व्रत एवं पूजा की जाएगी। इन दिनों मेंपुराणों के अनुसार 2 से 10 साल की कन्याओं का पूजन नवदुर्गा के स्वरूप में किया जाएगा। अष्टमी व नवमी को कुलदेवी एवं विशेष पूजा का भी विधान है।
- 29 सितंबर, रविवार को प्रतिपदा तिथि रहेगी।
- 30 सितंबर, सोमवार को द्वितिया तिथि रहेगी।
- 1 अक्टूबर, मंगलवार को तृतीया तिथि रहेगी।
- 2 अक्टूबर, बुधवार को चतुर्थी तिथि रहेगी।
- 3 अक्टूबर, गुरुवार को पंचमी तिथि रहेगी।
- 4 अक्टूबर, शुक्रवार को षष्ठी तिथि रहेगी।
- 5 अक्टूबर, शनिवार को सप्तमी सुबह 10 बजे के बाद अष्टमी तिथि रहेगी।
- 6 अक्टूबर, रविवार को अष्टमी सुबह 11 बजे के बाद नवमी तिथि रहेगी।
- 7 अक्टूबर, सोमवार को नवमी दोपहर 12 बजे के बाद दशमी तिथि रहेगी।
- 8 अक्टूबर, मंगलवार को दशमी तिथि दोपहर 3 बजे तक रहेगी।
किन चीजों की खरीदारी कर सकते हैं
नवरात्र में बन रहे शुभ योगों में वाहन, संपत्ति, आभूषण, कपड़े, बर्तन और इलेक्ट्रॉनिक चीजों की खरीदारी की जा सकती है। नवरात्र संसार की रचना करने वाली शक्ति का पर्व है। इसलिए सांसारिक उपभोग के साधन और भौतिक सुख-सुविधाओं की खरीदारी की जा सकती है। शक्ति पर्व होने से इन दिनों में शस्त्र, औजार और ऊर्जा देने वाली चीजों की खरीदारी करना भी शुभ माना गया है।