लाहौर। पाकिस्तान में तहरीक-ए-लब्बैक के साथ इमरान सरकार की बातचीत बेनतीजा होने के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बुधवार को टीएलपी के कट्टरपंथी इस्लामी समर्थकों के साथ झड़पों में चार पुलिसकर्मियों समेत कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई। यही नहीं इस्लामी कट्टरपंथियों ने इस्लामाबाद कूंच करने का एलान किया है जिससे इमरान सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
दरअसल इमरान खान सरकार ने पार्टी प्रमुख साद रिजवी को रिहा करने और फ्रांसीसी राजदूत को निष्कासित करने की टीएलपी समर्थकों की मांगों को खारिज कर दिया है। पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद ने बयान दिया है कि सरकार फ्रांसीसी राजदूत को निकालने की टीएलपी की मांग को पूरा नहीं कर सकती है। सरकार के रुख को देख कर टीएलपी ने भी लड़ाई तेज करने का एलान किया है। टीएलपी ने अपने समर्थकों से इस्लामाबाद कूंच करने के निर्देश दिए हैं। वहीं दूसरी ओर सरकार ने इस्लामाबाद को छावनी में तब्दील करने का फैसला किया है।
टीएलपी के आह्वान पर प्रतिबंधित तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के 10 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं ने इस्लामाबाद की ओर मार्च शुरू कर दिया है। टीएलपी के ये समर्थक पिछले तीन दिनों से जीटी रोड पर मुरीदके और गुजरांवाला के बीच डेरा डाले हुए थे। टीएलपी के संस्थापक दिवंगत खादिम रिजवी के बेटे साद रिजवी को पंजाब सरकार ने पिछले अप्रैल से ‘सार्वजनिक व्यवस्था’ (एमपीओ) के तहत हिरासत में लिया है। टीएलपी समर्थक साद रिजवी की रिहाई की मांग कर रहे हैं। टीएलपी ने सरकार को अपनी मांगों को पूरा करने के लिए दो दिन का समय दिया था।
समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक डेडलाइन खत्म होते ही अब टीएलपी ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बताया जाता है कि लाहौर से करीब 50 किलोमीटर दूर साधोक में बुधवार को इस्लामवादियों और पुलिस के बीच उस समय झड़प हो गई जब हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी इस्लामाबाद की ओर मार्च कर रहे थे। जब टीएलपी कार्यकर्ता साधोक पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक रोका जिसके बाद यह इलाका युद्ध का मैदान बन गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े।
झड़पों में पुलिसकर्मियों सहित दर्जनों टीएलपी कार्यकर्ता घायल हो गए हैं। पंजाब के मुरीदके से गुजरांवाला इलाकों तक सेलफोन और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। प्रदर्शनकारियों को इस्लामाबाद की ओर जाने से रोकने के लिए लाहौर से 10 हजार पुलिसकर्मियों का एक नया जत्था बुलाया गया है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि झड़पों में दर्जनों पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं जबकि चार की मौत हो गई है। वहीं टीएलपी प्रवक्ता का कहना है कि पुलिस की गोलीबारी में उसके कम से कम चार कार्यकर्ता मारे गए हैं। उन्होंने दावा किया कि प्रदर्शनकारियों पर हेलीकॉप्टर से भी फायरिंग की गई ।