1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के मामले में शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने सीलबंद लिफाफे में एक रिपोर्ट जमा कराई। इस रिपोर्ट पर अदालत विचार करने के लिए तैयार हो गई है। इस एसआईटी का प्रतिनिधित्व सेवानिवृत्त जस्टिस शिव नारायण ढींगरा ने किया है। उन्होंने सीबीआई द्वारा बंद किए गए 198 मामलों की जांच की है।
जस्टिस ढींगरा आयोग की रिपोर्ट की जांच करने के बाद शीर्ष अदालत को इस बात पर फैसला लेना है कि इस रिपोर्ट को याचिकाकर्ताओं के साथ सीलबंद लिफाफे में साझा किया जाना चाहिए या नहीं। इस मामले पर दो हफ्ते बाद सुनवाई होगी।