नई दिल्ली। स्मार्टफोन के ब्रांड्स बाजार में बहुत सारे हैं, लेकिन हाल के सालों में प्रीमियम सेग्मेंट में अगर किसी ब्रांड ने अपने यूजर्स का भरोसा जीता है, तो वो OnePlus है। यह एक ऐसा ब्रांड है जो यूजर्स के बीच क्वालिटी वाले अच्छे स्मार्टफोन बनाने के लिए जाना जाता है। रिसर्च और इनोवेशन के जरिए हर साल OnePlus ब्रांड ने अपने भारतीय यूजर्स को कुछ नया दिया है। इस साल यानी 2020 में भी भारतीय यूजर्स को कुछ नया मिलने वाला है। बता दें कि OnePlus 8 सीरीज के सभी फोन्स अब 5G सपोर्ट के साथ आएंगे। यह बात हम नहीं कह रहे, बल्कि OnePlus के CEO पीट लाउ ने कहा है। उन्होंने कहा, “हम कई वर्षों से 5G में निवेश कर रहे हैं और हम इसे आगे बढ़ने के रूप में देखते हैं और हम इसके लिए बहुत प्रतिबद्ध हैं।“
बता दें कि कंपनी ने अपना पहला 5G स्मार्टफोन OnePlus 7 Pro ब्रिटेन में 2019 में लॉन्च किया था। इसके बाद इसे अमरीका और चीन में लॉन्च किया गया। माना जा रहा है कि OnePlus 8 सीरिज को भारत में इस साल के अप्रैल तक लॉन्च कर दिया जाएगा। हालांकि अभी कंपनी ने इसको लेकर कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं दी है।
वैसे 5G को लेकर कंपनी कितनी तैयार है, इसका अंदाजा आप इस पर किए जाने वाले निवेश से लगा सकते हैं। बता दें कि 5G रिसर्च और डेवलपमेंट को बढ़ाने के लिए कंपनी लगभग 30 मिलियन अमरीकी डॉलर का निवेश कर रही है। यह आंकड़ा दुनिया भर में अधिक से अधिक यूजर्स को 5G तकनीक का फायदा पहुंचाने के OnePlus की प्रतिबद्धता को दिखाता है।
OnePlus ने 5G रिसर्च की शुरुआत 2016 के शुरू में ही कर दी थी। इसके बाद कंपनी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। OnePlus ने 5G रिसर्च एंड डेवलपमेंट कार्य को आगे बढ़ाने के लिए अपनी योजनाओं को विस्तार दिया। इससे OnePlus यूजर्स को 5G पर फास्ट और स्मूथ एक्सपीरियंस का आनंद लेने के लिए अनुमति मिली।
OnePlus के CEO पीट लाउ के मुताबिक “5G हमारी उत्पाद रणनीति में एक सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम वर्षों से 5G में निवेश कर रहे हैं, और हम क्लाउड गेमिंग, क्लाउड वीडियो और क्लाउड स्टोरेज सेवाओं जैसे यूजर्स की दैनिक उपयोग की आदतों को आगे बढ़ाने को लेकर योजना बना रहे हैं।”
OnePlus का फोकस रहा है कि यूजर्स को OnePlus के डिवाइस पर 5G टेक्नोलॉजी का बेहतर एक्सपीरियंस मिले। बता दें कि OnePlus 5G लैब के दायरे में रेडियो फ्रीक्वेंसी (RF) सर्किट, एंटेनासमंड मल्टी-मीडिया (कैमरा, ऑडियो और डिस्प्ले) जैसे क्षेत्रों में रिसर्च एंड डेवलपमेंट शामिल है। ये लैब कम्युनिकेशन प्रोटोकॉल, थ्रूपुट ऑप्टिमाइजेशन, परफॉर्मेंस, पावर, स्टैबिलिटी और यूजर सेनेरियो टेस्टिंग के लिए सॉफ्टवेयर रिसर्च भी करती हैं।