लखनऊ। कई बार के अदालती ट्रायल और विपक्ष के आरोपों के बाद आखिरकार योगी सरकार ने 69000 शिक्षक भर्ती मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी है। डीजीपी मुख्यालय ने यूपी एसटीएफ को दिए जांच के आदेश दे दिए हैं। यूपी एसटीएफ की एडिशनल एसपी रैंक के अधिकारी की अगुवाई में टीम बनाई जाएगी जो इस पूरी परीक्षा प्रकिया की जांच करेगी। मई में परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद सरकार ने 28 जून तक अभ्यर्थियों से ऑनलाइन आवेदन जमा कराए। इसके बाद 3 जून से 6 जून के बीच विभिन्न जनपदों में अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कराकर नियुक्ति पत्र देने को कहा था। लेकिन काउंसिलिंग शुरू होने के पहले ही इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच की सिंगल बेंच ने काउंसिलिंग पर रोक लगा दी।
इस बीच परीक्षा के कुछ प्रश्नों और भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे। कांग्रेस ने शिक्षक भर्ती में घोर अनियमितता और धांधली आरोप लगाकर जांच की मांग शुरू कर दी। इसी बीच यूपी एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस ने दलालों के एक गिरोह का भंडाफोड कर 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि इस गिरोह ने कई अभ्यर्थियों से पैसे लेकर उन्हें परीक्षा पास कराई है।