नई दिल्ली । पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी), यूनाइडेट बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) की विलय प्रक्रिया के बीच बैंक के नए प्रतीक चिन्ह (लोगो) के लिए किसी बाहरी विशेषज्ञ की मदद ली जा सकती है। एक अधिकारी इसकी जानकारी दी। तीनों बैंकों की विलय प्रक्रिया अगले साल एक अप्रैल तक पूरी होने की उम्मीद की जा रही है। विलय के बाद बनने वाला नया बैंक, भारतीय स्टेट बैंक के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक होगा। नए बैंक का कुल कारोबार करीब 18 लाख करोड़ रुपये के होने का अनुमान।
यूनाइटेड बैंक के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि तीनों बैंकों के विलय से बनने वाले नए बैंक के नाम और चिन्ह तय करने के लिए अलग -अलग लोगों से राय मांगी गई है। हालांकि, नए लोगो के लिए किसी बाहरी विशेषज्ञ की भी मदद ली जा सकतीं हैं। अधिकारी ने कहा कि विलय के बाद बनने वाले नए बैंक की अलग पहचान के लिए उसका लोगो जरूरी होगा। अधिकारी के मुताबिक तीनों बैंक के प्रबंध निदेशक और कार्यकारी निदेशक अगले सप्ताह बैठक करेंगे।
10 को मिलाकर बनेंगे 4 बैंक: 10 बैंकों को मिलाकर चार बैंक बनाए जाएंगे। इन बैंकों को 55,250 करोड़ रुपये दिये जाएंगे। इनमें अकेले पंजाब नेशनल बैंक को 16,000 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। पंजाब नेशनल बैंक एंकर बैंक होगा।
अकाउंट नंबर और नया कस्टमर आईडी: बैंक मर्जर के बाद आपको नया खाता नंबर और कस्टमर आईडी मिल सकती है। इसके लिए आपको अपना ईमेल पता/ और मोबाइल नंबर आपके बैंक के साथ अपडेट रखना होगा ताकि आपके खाता संख्या में बदलाव की सूचना आप तक पहुंच सके। आपके सभी खातों को एक सिंगल कस्टमर आईडी में टैग किया जाएगा।
ब्रांच और एटीएम: विलय के बाद बना बैंक किसी इलाके में दो ब्रांच होने पर एक को बंद कर सकता है। इसलिए जरूरी है कि अपने ब्रांच से जुड़े नए आईएफएससी कोड और एमआईसीआर कोड के बारे में पता लगाएं। एंकर बैंक में विलय हो रहे बैंकों के जारी क्रेडिट/डेबिट कार्ड को बदलना पड़ सकता है।