नई दिल्ली। पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत का मौसम बार-बार बदल रहा है। यही कारण है कि अप्रैल शुरू होने के बावजूद अभी गर्मी का वैसा रुख नहीं दिखा जैसा हर बार दिखता है। इसका एक कारण पहाड़ों पर जारी बर्फबारी का दौर भी है। जो कि अभी तक जारी है। लेकिन दिल्ली में रविवार को अधिकतम पारा 34 डिग्री सेल्सियस पार कर गया। इस मौसम में पहली बार इतना अधिक पारा रहा। हालांकि, सोमवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है, लेकिन इससे तापमान में गिरावट आने के कोई आसार नहीं हैं। दिल्ली का अधिकतम पारा रविवार को 33.6 डिग्री और न्यूनतम पारा 16.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
उधर स्काइमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पलावत ने बताया कि तापमान और गर्मी में अब लगातार इजाफा होगा और 20 अप्रैल तक यह 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा।
लॉकडाउन के दौरान भी लोग अलग-अलग कारणों से घर से बाहर निकलने से बाज नहीं रहे हैं, इसीलिए सड़कों पर निजी वाहन दौड़ते नजर आने लगे हैं। शायद इसीलिए रविवार को दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बढ़ गया। अभी तक एयर इंडेक्स 100 से नीचे अच्छी श्रेणी में चल रहा था, जबकि रविवार को गुरुग्राम और नोएडा को छोड़कर सभी जगह यह 100 से ऊपर यानी सामान्य श्रेणी में पहुंच गया।
उत्तराखंड में मंगलवार को पर्वतीय जिलों में बारिश और बर्फबारी के साथ ही ओलावृष्टि के भी आसार बन रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान मैदानी क्षेत्रों में भी बारिश के साथ तेज हवा चलने की संभावना है। इस बीच दोपहर बाद पहाड़ों में मौसम बदला। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के पास की पहाडि़यों पर हल्की बर्फबारी हुई, जबकि निचले इलाकों में बूंदाबांदी से सर्दी में इजाफा हुआ है।
मौसम विभाग ने बुधवार को हिमाचल के पांच जिलों चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी व शिमला में 40 किलोमीटर की रफ्तार से आंधी चलने के साथ ओलावृष्टि और बारिश होने की चेतावनी दी है। चोटियों पर बर्फबारी की संभावना भी जताई है।