पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि, चारों धामों के कपाट तय समय पर खुलेंगे, लेकिन यात्रा को लेकर केंद्र सरकार जो निर्देश देगी, उसका पालन किया जाएगा। रविवार को कैबिनेट मंत्री महाराज ने बताया कि चारों धामों के कपाट इसी माह तय समय खोले जाएंगे, लेकिन लेकिन यात्रा शुरू हो पाती है या नहीं इसे लेकर संशय बना है। महाराज का कहना है कि लाकडाउन के बाद क्या स्थितियां बनती हैं। केंद्र यात्रा के बारे में जो फैसला लेगा, उस पर अमल करेंगे। यात्रा को लेकर लोगों से सुझाव भी मांगे जा रहे हैं। इसकी रिपोर्ट बनाकर केंद्र सरकार को भेजी जाएगी।
रेल, बसों में दो दिन फ्री यात्रा की सुविधा मिले
महाराज ने कहा कि, मजदूर, कामगारों व अन्य निर्बल लोगों के पास जो कुछ बचा था, लॉकडाउन के दौरान वह खर्च हो चुका है। इसलिए जब भी लॉकडाउन खुलता है तो देशभर में सभी लोगों को रेल और बस सेवाओं में आवाजाही की फ्री सुविधा मिले, ताकि वे अपने घरों को पहुंच सके। महाराज ने यह सुझाव ईमेल से प्रधानमंत्री को भेजा है।
अच्छा मैसेज जाएगा
देशभर में बड़ी संख्या में कामगार घरों को जाने के प्रयास में रास्तों में फंसे हैं। इन्हें आश्रय स्थलों में रखा गया है, जहां इन्हें पर्याप्त सुविधाएं मिल रही हैं। यदि सरकार लॉकडाउन के बाद ऐसे लोगों को दिन रेल व बसों में फ्री सुविधा देती है तो देशभर में बेहतर मैसेज जाएगा।
मक्का से दिलाया जाए संदेश
उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि मक्का सरीफ के इमाम से कोरोना संक्रमण बीमारी रोकथाम में असहयोग कर रहे लोगों के लिए संदेश जारी करने का आग्रह किया जा सकता है। इमाम का संदेश भी निश्चिततौर पर ऐसे वक्त में सहायक बन सकता है।
प्रत्येक ब्लाक को एक-एक लाख
कैबिनेट मंत्री महाराज ने तीन दिन अपने विधानसभा क्षेत्र चौबट्टाखाल के सतपुली, एकेश्वर, बीरोंखाल आदि क्षेत्रों में बिताए। इस दौरान उन्होंने लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखने और आवाजाही के दौरान मास्क पहनने की सलाह दी। जो लोग पिछले 10-15 दिन पहले बाहर से अपने घरों को आएं हैं, वे 14 दिन तक बिल्कुल अलग रहें। महाराज ने बताया कि कोरोना रोकथाम को उन्होंने हर ब्लाक को एक-एक लाख रुपये देने को डीएम को निर्देश दिए। पहले 50 हजार रुपये का प्रावधान था जो काफी कम रकम थी।