बर्लिन। चीन के वुहान से फैले कोरोनोवायरस संक्रमण के कारण चीन को दुनिया के कई देशों की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने चीन पर सीधा आरोप लगाया है। जर्मनी ने अब चीन को कोरोनावायरस से हुए नुकसान की भरपाई के लिए 130 अरब पाउंड (करीब 12 लाख करोड़ रुपए) का बिल भेजा है।
दरअसल शनिवार को, डोनाल्ड ट्रम्प ने चेतावनी दी थी कि अगर चीन ने जानबूझकर कोरोनो वायरस महामारी को पैदा किया है, तो इसका परिणाम उसे भुगतना पड़ेगा।
राष्ट्रपति ट्रम्प ने संवाददाताओं से कहा, “इसे शुरू होने से पहले चीन में रोका जा सकता था लेकिन यह नहीं हुआ, और पूरी दुनिया अब इसकी वजह से पीड़ित है। उन्होंने आगे कहा था, “अगर यह एक गलती थी, तो एक गलती, गलती होती है। लेकिन अगर वे जानबूझकर इसके जिम्मेदार थे, तो इसका परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा।
उन्होंने कहा, “चीनी शर्मिंदा थे और सवाल यह था कि कोरोनो वायरस के साथ जो हुआ क्या वो एक गलती थी जो नियंत्रण से बाहर हो गई, या इसे जानबूझकर किया गया था?” बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनके वरिष्ठ सहयोगियों ने बार-बार चीन पर पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाया है।
जर्मनी के सबसे बड़े टैब्लॉइड अखबार बिल्ड में इस सप्ताह एक धमाकेदार ऑप-एड प्रकाशित हुआ है, जिसमें चीन को 130 अरब पाउंड का बिल भेजा गया है। इस सूची में पर्यटन के बंद होने से राजस्व के लिए 27 अरब यूरो शुल्क, जर्मन फिल्म उद्योग के लिए 7.2 अरब यूरो तक, जर्मन एयरलाइन लुफ्थांसा के लिए 10 लाख यूरो और जर्मन छोटे व्यवसायों के लिए 50 अरब यूरो शामिल हैं।