लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक अजीबों- गरीब मामला सामने आया है। जहां लॉकडाउन से परेशान युवतायों ने जमकर हंगामा किया। कोरोना महामारी से सुरक्षा के मद्देनजर सरकार ने देश के सभी शहरों में तकरीबन एक महीने से अधीक दिनों से लॉकडाउन लगाया हुआ है। कोरोना वायरस महामारी के बीच लॉकडाउन के दौरान पुलिस सभी चौराहों पर पुलिस तैनात है। साथ ही बाहर से आने जाने वाले लोगों से पूछताछ कर रही है।
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राजधानी में पुलस अधिकारी ने बीते दिनों एडवाइजरी जारी किया। जिसमें जनता को निर्देश दिया गया कि शहर में मोटरसाइकिल पर एक व्यक्ति और कार में दो व्यक्ति को आने और जाने की अनुमति दी गई ।
इन सबके बीच मंगलवार दोपहर लॉकडाउन के दौरान गौतम पल्ली थाना क्षेत्र के लोहिया पथ पर कार सवार युवती को रोककर पूछताछ करने पर कार सवार युवतियों ने हंगामा कर दिया।
कार में 3 लोग सवार थे। पुलिस द्वारा एडवाइजरी के अनुसार 2 लोगो को आने-जाने की सलाह पर युवती भड़क गई, और गाड़ी के कागजात को सड़क पर फेंक कर सड़क पर लोट कर हंगामा करने लगी। युवतियों को हंगामा करते देख आने जाने वाले की भीड इकट्ठे होने लगी।
उसके पश्चात वहां पर तैनात पुलिस इंस्पेक्टर ने किसी तरह युवतियों को समझा-बुझाकर उनको घर भेजा। युवतियों के अनुसार सभी चौराहे पर पुलिस पूछताछ के नाम पर उन्हें काफी देर से परेशान कर रही थी, जिसकी वजह से उनके सब्र का बांध टूट गया।
लॉकडाउन से लोग परेशान दिखते आ रहे है। अगर आप भी जानना चाहते हैं कि, लॉकडाउन के नियम क्या हैं, तो हम आपको इस बारे में विस्तार से बता रहे हैं। भारत में डिजास्टर मैनेजमेंट कानून 2005 नियमों के तहत लॉकडाउन के मामलों से निबटा जाता है। लॉकडाउन के दौरान बिना इमरजेंसी के घर से बाहर निकलने पर इन धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
लॉकडाउन के दौरान अगर आप बिना किसी वजह सिर्फ घूमने के लिए घर से बाहर निकलते हैं तो धारा 188 के तहत आपको 1 महीने की जेल हो सकती है।इस धारा के तहत आपको जुर्माना और जेल दोनों की सजा हो सकती है। जुर्माने की राशि 200 रुपये तक हो सकती