895 फायर बिग्रेड की गाड़ियां निरंतर संक्रमण मुक्त करने के कार्य में लगी
लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए बड़ा फैसला लिया। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में 20 से ज्यादा कोरोना संक्रमित हैं, वहां दो नोडल अधिकारी तैनात किए जाएंगे। इसके लिए वरिष्ठ आईएएस अफसर व मेडिकल ऑफिसर को नोडल अधिकारी बनाया जाएगा। आईएएस अफसर जिले की प्रशासनिक कमियों को दूर कर बेहतर व्यवस्थाएं उपलब्ध करवाएंगे, जबकि मेडिकल अफसर पर स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने की जिम्मेदारी होगी। नियुक्त किए गए दोनों ही अफसर जिलाधिकारी व सीएमओ के साथ को ऑर्डिनेट करेंगे।
मुख्यमंत्री ने ये आदेश अफसरों संग लॉकडाउन की समीक्षा बैठक में दिए। उन्होंने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को भी कड़े निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहरों की घनी आबादी वाले इलाकों व मंडी क्षेत्र में लगातार पेट्रोलिंग की जाए। क्वारंटीन सेंटर में जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक सोशल डिस्टेंसिंग का हर हाल में पालन करवाएं। मुख्यमंत्री ने क्वारंटीन सेंटर और आइसोलेशन वार्ड बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्वारंटीन सेंटर में पूल टेस्टिंग भी करवाएं।
उत्तर प्रदेश में अग्निशमन इकाइयां सभी जिलों में तय स्थानों, संवेदनशील स्थलों, बाजारों, आवासीय स्थलों और अन्य स्थलों को कोविड-19 के संक्रमण से मुक्त करने के कार्य में तत्परता से जुटी हैं। प्रदेश भर में अब तक 12 हजार से अधिक स्थानों को संक्रमण मुक्त करने का कार्य किया जा चुका है। अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी ने पुलिस महानिदेशक (अग्निशमन सेवा) आर के विश्वकर्मा से मिली जानकारी का विस्तृत ब्यौरा देते हुए गुरुवार को लखनऊ में एक बयान में बताया कि पूरे प्रदेश में अब तक कुल 12, 518 स्थलों पर संक्रमण मुक्त करने का कार्य सफलतापूर्वक किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि इनमें चिह्नित सबसे अधिक संक्रमित स्थान एवं संभावित संक्रमित स्थान 635, संवेदनशील स्थल 1277, बाजार 1465, आवासीय स्थल 3411 एवं 5439 अन्य स्थल शामिल हैं. विश्वकर्मा ने बताया कि प्रदेश के सभी जनपदों में अग्निशमन सेवा द्वारा कुल संक्रमण मुक्त 12, 518 स्थलों में कुछ प्रमुख जनपदों में अब तक जैसे गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 784, लखनऊ में 724, आगरा में 377, मुरादाबाद में 216, मेरठ में 470, फिरोजाबाद में 450, गाजियाबाद 460, मैनपुरी में 256, अलीगढ़ में 338, बरेली में 756, कौशाम्बी में 576, वाराणसी में 974, आजमगढ़ में 346, गोरखपुर में 318 स्थलों को संक्रमण मुक्त करने का कार्य किया जा चुका है।
अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि अत्याधुनिक तकनीकी से सुसज्जित फायर बिग्रेड की 895 गाड़ियां निरंतर संक्रमण मुक्त करने के कार्य में लगी हैं। अग्निशमन विभाग द्वारा अपने कार्यों के अतिरिक्त प्रदेश में पहली बार यह कार्य किया जा रहा है। इसमें सभी चिह्नित संक्रमित स्थानों, अन्य संवेदनशील क्षेत्रों, बाजारों, आवासीय कॉलोनियों तथा अन्य स्थानों जैसे चिकित्सा महाविद्यालय, सरकारी अस्पताल, निजी अस्पताल, पृथकवास केंद्रों, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों आदि को प्राथमिकता दी जा रही है। विश्वकर्मा ने बताया कि संक्रमण मुक्त करने का कार्य जिलाधिकारियों के मार्गदर्शन में स्थानीय निकायों से समन्वय स्थापित करते हुए किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस कार्य में प्रयुक्त किए जाने वाले रसायन की मात्रा निर्धारित मानकों के अनुकूल रखने तथा संक्रमण मुक्त करने के दौरान जरूरी सावधानियों का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। विश्वकर्मा ने बताया कि छिड़काव के दौरान यह भी प्रयास किया जा रहा है कि बिजली की वायरिंग एवं अन्य संवेदनशील वस्तुओं को छिड़काव से नुकसान न पहुंचने पाए। अग्निशमन विभाग के कर्मचारी इसके लिए पूर्ण निष्ठा, लगन एवं समर्पण की भावना से जुटे हुए हैं।