न्यूयॉर्क। सूरज की रोशनी, गर्म और उमस भरे मौसम में कोरोना वायरस (COVID-19) के जीवित रहने की संभावना बेहद कम है। यह ठंड और शुष्क मौसम के उलट है जहां यह वायरस लंबे समय तक रहता है। अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (डीएचएस) की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसकी जानकारी दी। पूरे विश्व में फैली महामारी के बीच ये भारत जैसे देशों के लिए अच्छी खबर हैं, जहां गर्म मौसम रहता है।
डीएचएस की रिपोर्ट का हवाला देते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने गुरुवार (स्थानीय समय) को कहा कि कोरोना वायरस के गर्म और नम वातावरण में जीवित रहने की कम संभावना है। यह ठंड और शुष्क मौसम के उलट है, जहां यह वायरस लंबे समय तक रहता है। व्हाइट हाउस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा कि डीएचएस के वैज्ञानिकों ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें यह जानकारी मिलती है कि वायरस विभिन्न तापमानों, जलवायु और सतहों पर कैसे प्रतिक्रिया करता है। दरअसल, यूरोपीय देशों के मुकाबले, कोरोना वायरस का एशियाई देशों में प्रभाव कम देखने को मिल रहा है।