लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने पवित्र रमजान को लेकर ट्वीट किया। शुक्रवार को मायावती ने किए अपने ट्वीट में कहा, वैसे तो नमाज, इफतार, तरावीह आदि साथ मिलजुलकर करने का अमल है, लेकिन कोरोना प्रकोप का तकाज़ा है कि ये इबादतें घर में रहकर ही की जाएं व लाॅकडाउन नियमों का सख्ती से पालन किया जाए ताकि आप व आपके पड़ोसी दोनों ही कोरोना वबा से महफूज रहें. वहीं व्यापक देश व जनहित हित में यही कहना है।
मायावती आगे कहती हैं, कि देश के समस्त मुस्लिम भाईयों-बहनों व उनके परिवार वालों को रमज़ान के मुबारक महीने की दिली मुबारकबाद व शुभकामनाएं, अलस्सुबह से लेकर शाम तक के रोजे़ व नित्य कामकाज के साथ ही तिलावत-ए-कुरआन, नमाज़ व तरावीह आदि के इस फर्ज़ महीने में ज़कात (दान) इस माह की ख़ास खूबियाँ हैं।
गाैरतलब है कि रमजान का महीना आते ही लोगों के चेहरे पर एक रौनक आ जाती है, इस बार वो गायब है। चांद दिखने से पहले ही जोरशोर से तैयारियां शुरू हो जाती हैं, खाने-पीने के खास सामान खरीदे जाते हैं। इस बार वो सब भी बंद है।
लॉकडाउन के बीच यह पहला रमजान होगा। ऐसे में कई चीजें पहली बार होंगी। मुस्लिम मोहल्लों में सहरी के वक्त की रौनक और चहलपहल नहीं होगी। इफ्तार पार्टियां नहीं होंगी लेकिन रमजान में हर वो का लोग कर पाएंगे जो जरूरी है। रोजे रखने में कोई दिक्कत नहीं है, घर में 5 वक्त की नमाज पढ़ सकते हैं। फैमिली के साथ सहरी और इफ्तार कर सकते हैं, जकात दे सकते हैं, जरूरतमंदों की मदद कर सकते हैं।