नई दिल्ली। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए पूरे भारत मे लागू किए गए सम्पूर्ण लाक डाउन के आज 37 दिन पूरे हो गए 25 मार्च से लागू किए गए दो चरणो के इस लाक डाउन के अब कुल तीन दिन और बाकी रह गए है लेकिन सम्भावनाए यही है कि आने वाली तीन तारीख को भी पूरे देश से लाक डाउन को समाप्त नही किया जाएगा क्यूकि कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे है। इन 37 दिनो के लाक डाउन मे देशवासियो ने लाक डाउन का पाल करते हुए जिस तरह से परेशानियां उठा कर कोरोना से जंग लड़ी है वो तो इतिहास के पन्नो मे सुनहरे अक्षरो से लिखा ही जाना चाहिए क्यूकि देश की आधी आबादी सर्व सम्पन्न नही है देश की आधी आबादी तो ऐसी है जो रोज़ कमाती है और रोज़ खाती है ऐसे हालात मे रोज़ कमाने खाने वाले करोड़ो देश वासियो के लिए ये 37 दिन किन संकटो भरे गुज़रे है ये सिर्फ अन्दाज़ा ही लगाया जा सकता है।
37 दिनो के लाक डाउन के बावजूद आज देश मे कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज़ो की संख्या 33 हज़ार के भी पार पहुॅच गई है कोरोना वायरस ने देश मे अब तक 1074 लोगो की जाने भी ली है लेकिन इन सब के बीच अच्छी खबर ये आई है कि करीब 33 हज़ार कोरोना मरीज़ो मे से अब तक 8 हज़ार 325 मरीज़ पूरी तरह से स्वथ्य भी हुए है। देश मे कोरोना के मरीज़ो की संख्या 33 हज़ार के पार तब हुई है जब पूरे देश मे सम्पूर्ण लाक डाउन है और देशवासी अपने अपने घरो मे ही है पूरे देश मे लाक डाउन की वजह से देशवासियो के बीच पूरी तरह से सामाजिक दूरी है फिर भी कोरोना के मरीज़ो की संख्या 33 हज़ार के पार होना अत्यन्त चिन्ता जनक है। अपने अपने घरो मे रह कर कोरोना से जंग लड़ रहे देशवासियों का शायद यही मानना होगा कि भले ही कुछ दिन और लाक डाउन रहे लेकिन सामाजिक दूरी के कारण कोरोना देश छोड़ कर भाग जाए।
लाक डाउन के 37 वें दिन भी उत्तर प्रदश की राजधानी लखनऊ की सड़के सूनी रही पुलिस कर्मी चाौराहो चाौराहो पर बैरिकेटिंग पर मुस्तैद रह कर आने जाने वाले लोगाो से घरो से निकलने का कारण पूछते रहे । देश मे लागू हुए लाक डाउन के बाद अगर सिर्फ उत्तर प्रदेश की बात करे तो यहां लाक डाउन का उलंघन करने वालो के खिलाफ भारी सख्या मे मुकदमे दर्ज हुए है लाक डाउन का उलंघन कर सड़क पर वाहन चलाने वाले लोगो के हज़ारो की संख्या मे चालान काटे गए है और 11 करोड़ रूपए से भी ज़्यादा का जुर्माना अब तक वसूला जा चुका है। बात अगर पुराने लखनऊ की करे तो पुराना लखनऊ मुस्लिम बाहुल्य इलाका है और मौजूदा समय मे पवित्र रमज़ान का महीना चल रहा है लेकिन पुराने लखनऊ मे बसने वाले लाखो मुसलमान रमज़ान के बावजूद कोरोना वायरस को हराने के लिए लाक डाउन का पालन कर रहे है रमज़ान के महीने मे आबाद रहने वाली मस्जिदो के गेट मे ताले लगे हुए है और बाज़ारो मे वीरानी छाई हुई है रोज़दार अपने अपने घरो मे रमज़ान के महीने मे की जाने वाली इबादत मे मशग़ूल है और नमाज़े पढ़ कर कोरोना से निजात के लिए अल्लाह से दुआंए मांग रहे है।