लखनऊ। देश में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन लागू है। जिसकी वजह से परिवहन सेवा बन्द है। ऐसे में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम कोई कमर्शियल कार्य नहीं कर रहा है। सरकार के निर्देश पर केवल आपातकालीन बचाव कार्य सम्बंधित परिवहन कार्य किये जा रहे है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने कोविड- 19 के चुनौतीपूर्ण समय के दौरान में सभी कर्मचारियों के समर्पित सेवाओ को ध्यान में रखते हुए अप्रैल माह का पूर्ण वेतन देने का निर्णय लिया है। जिसमें नियमित, संविदा, और सेवा प्रदाताओं के कर्मचारियों सहित सभी 60 हजार कर्मचारियों को अप्रैल माह का पूर्ण वेतन और मानदेय दिया जाएगा।
यूपीएसआरटीसी के एमडी ने सभी कर्मचारियों के अकाउंट में इस माह की 10 तारीख़ तक वेतन भेजने के आदेश दिए है। लगभग 60 हजार कर्मचारियों के वेतन पर 131 करोड़ खर्च करेगा। परिवहन वर्तमान आपातकालीन परिस्थिति को देखते हुए विनियोग द्वारा अपने स्वयं के आंतरिक संसाधनों से इस व्यय को वहन कर रहा है। साथ ही सभी कर्मचारियों को निगम ने अवगत कराते हुए कहा कि आगामी दिनों में स्थिति सामान्य नहीं हुई तो वेतन भुगतान में कठिनाई होगी।परिवहन निगम ने कहा कि तत्कालीन स्थिति का अध्ययन कर कुछ अतिरिक्त ठोस कदम उठाने पड़ेंगे ।मुख्यमंत्री ने यूपीएसआरटीसी को आश्वस्त किया है कि यूपीएसआरटीसी को हर संभव मदद और सहायता दी जाएगी और यूपीएसआरटीसी को और मजबूत बनाया जाएगा।
एमडीयूपीएसआरटीसी ने एएमडी, एफसी, सीजीएम और अन्य मुख्यालय अधिकारियों की उपस्थिति में यूपीएसआरटीसी के मान्यता प्राप्त कर्मचारी संघ के प्रतिनिधियों के साथ एक अनौपचारिक बैठक बुलाई और सभी कर्मचारियों के वेतन का भुगतान सम्बंध में लिए गए निर्णय से अवगत कराया। ड्राइवरों और कंडक्टरों के कार्य को सहारा गया। एमडी राजशेखर ने सभी कर्मचारियों से आने वाले दिनों में भी अपने अच्छे काम को जारी रखने की अपील की।