लखनऊ। प्रदेश समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार अपनी संकीर्ण मानसिकता के चलते विपक्ष के नेताओं के प्रति बदले की भावना से काम करने से बाज नहीं आ रही है। रमजान के पवित्र महीने में भी वह इबादत और रोजे की फर्ज अदायगी में बाधा डालने में भाजपा को कोई संकोच नहीं है। सीतापुर की जेल में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता लोकसभा सदस्य और पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां, उनकी पत्नी तंजीम फातिमा तथा बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है।
अखिलेश ने आईपीएन को दिए अपने बयान में कहा कि मोहम्मद आजम खां की पत्नी तंजीम फातिमा रामपुर से विधायक हैं। गत शनिवार को वह फिसलकर चोटिल हो गई। उनका हाथ टूट गया है। अस्वस्थ होने के बावजूद ठीक से उचित चिकित्सा व्यवस्था नहीं है। मोहम्मद आजम खां भी अस्वस्थ हैं। भाजपा सरकार की यह हठधर्मिता है कि मानवीय मूल्यों के पालन से भी वह गुरेज कर रही है।
अखिलेश ने कहा कि मोहम्मद आजम खां प्रदेश के सम्मानित राजनेता हैं। प्रदेश की राजनीति में उनका भारी प्रभाव है। तंजीम फातिमा शिक्षाविद हैं। उनको जेल में रखकर प्रताड़ित किया जा रहा है। सत्तारूढ़ दल उनकी छवि और प्रतिष्ठा को धूमिल करने में लगी है। आजम साहब जीवन भर साम्प्रदायिक शक्तियों के खिलाफ संघर्ष करते रहे हैं। सामाजिक सद्भाव के लिए वे सतत प्रयत्नशील रहे हैं।
अखिलेश ने कहा कि युवाओं को उच्चशिक्षा की सुविधा देने के लिए मोहम्मद आजम खां ने अपने प्रयासों से मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय की स्थापना की है। समाजवादी पार्टी की सरकार में उन्होंने इलाहाबाद कुम्भ के आयोजन को सफलतापूर्वक पूरी जिम्मेदारी से निभाया जिसकी प्रशंसा विदेशों तक में हुई थी। कुम्भ मेले में आए अखाड़ो के साधु-संतों ने भी आजम साहब के कार्यों की प्रशंसा की थी।
अखिलेश ने कहा कि देश के हर नागरिक को संविधान अपने धार्मिक फर्ज की अदायगी की गारंटी देता है। भाजपा सरकार को संविधान के प्रति निष्ठा नहीं। इसके पूर्व भी की गई मांग को फिर दोहराना आवश्यक है कि माहे रमजान में मोहम्मद आजम खां और उनके परिवारीजनों को जेल से रिहाकर उन्हें रोजे रखने और इबादत का अवसर देना चाहिए। भाजपा सरकार अपने आचरण से लोकतांत्रिक मान्यताओं और विपक्ष के प्रति सम्मान भावना की अवहेलना कर अनैतिक आचरण कर रही है।