अहमदाबाद। हिंदू समाज पार्टी के राष्टीय अध्यक्ष व हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की हत्या का मामला गरमाया हुआ है। उत्तरप्रदेश पुलिस सहित गुजरात ATS भी इस हत्याकांड को सुलझाने में लगी हुई थी। इसे लेकर उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ही रहे थे कि इतने में गुजरात आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) के डीआईजी हिमांशु शुक्ला ने इस मामले में एक बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बयान जारी करते हुए साफ किया कि हिरासत में लिए गए तीनों लोगों ने अपराध कबूल कर लिया है।
कमलेश तिवारी हत्याकांड में गुजरात एटीएस को बड़ी सफलता मिली थी। गुजरात के सूरत से एटीएस ने तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। इनके नाम राशिद पठान, मोहसिन पठान और फिरोज पठान है। इन तीनों को सूरत के लिंबायत से गिरफ्तार किया गया। अब जहां तीनों द्वारा जुर्म तो कबूल कर लिया गया है।
सूरत: कमलेश तिवारी हत्याकांड के तीनों आरोपियों की सीसीटीवी फुटेज। गुजरात एटीएस इन तीनों को ले जाया जा रहा है।बता दें कि उत्तरप्रदेश के लखनऊ में हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की शुक्रवार को हत्या कर दी गई। हत्यारे सूरत के एक दुकान में मिठाई खरीदते हुए सीसीटीवी में कैद हुए थे। गुजरात एटीएस ने सूरत के लिंबायत से तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया। हालांकि, इस हत्याकांड में तीन से अधिक लोगों के भी शामिल होने की अनुमान लगाया जा रहा है। हत्या की साजिश सूरत में रची गई होने की भी बात सामने आ रही थी।
गुजरात एटीएस के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन संदिग्धों ने सूरत से मिठाई और चाकू खरीदी थी। सीसीटीवी में फुटेज भी सामने आये है। हत्या करने के लिए ये संदिग्ध लखनऊ गए थे। जहां इन संदिग्धों से पुछताछ की गई और गुजरात ATS के DIG ने यह बताया कि इन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
ATS के DIG के बयान आने के दौरान UP पुलिस के DGP ओपी सिंह ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने 24 घंटा में इस हत्याकांड का खुलासा किया है। उन्होंने प्रेस कान्फ्रेंस में यह भी कहा कि यूपी पुलिस ने गुजरात एटीएस की मदद से कमलेश तिवारी हत्याकांड का राजफाश किया है। डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि कमलेश तिवारी की हत्या के षडयंत्र के मामले में गुजरात से मौलाना शेख सलीम, फैजान और राशिद पठान को हिरासत में लिया गया है। सभी युवा हैं।उन्होंने कहा कि फैजान ने ही सूरत में दुकान से मिठाई खरीदी थी। उन्होंने कहा कि हमें शुरू से आशंका थी कि इसके तार गुजरात से जुड़े हैं। हमारी टीम गुजरात भी गई। हमने कमलेश तिवारी के घर पर मिले मिठाई के डिब्बे के आधार पर गुजरात से संपर्क किया।