लखनऊ। हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में शनिवार को गुजरात के सूरत से तीन षडयंत्रकारियों की गिरफ्तारी के बाद हत्या को अंजाम देने वालों की तलाश में लगी पुलिस को रविवार को सफलता मिली है। हत्यारों की तलाश में लगी पुलिस को राजधानी लखनऊ में एक होटल के कमरे से खून से सने भगवा कपड़ों के साथ बैग भी मिला है।हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी के हत्यारों की तलाश में लगी पुलिस को कैसरबाग कोतवाली क्षेत्र के खालसा होटल के एक कमरे से खून से सने हुए भगवा कपड़े मिले हैं। संदिग्धों ने 17 अक्टूबर को इस होटल में कमरा लिया था। हत्यारों ने 18 अक्टूबर को वारदात को अंजाम देने के बाद होटल में जाकर खून से सना हुआ कुर्ता बदला था। जिससे पुलिस ने आज बरामद कर लिया है।
कमलेश तिवारी की हत्या के प्रकरण में लखनऊ पुलिस ने बड़ी सफलता का दावा किया है। शनिवार रात को राजधानी के लालबाग स्थित खालसा होटल में पुलिस ने संदिग्धों के कपड़े और बैग बरामद किया है। होटल का कमरा बंद होने की सूचना पर लखनऊ पुलिस मौके पर पहुंची और फील्ड यूनिट को बुलाकर विभिन्न साक्ष्य एकत्रित किया।
इसके साथ पुलिस के अधिकारियों ने भी मौका मुआयना किया गया। वहीं होटल वालों ने संदिग्धों की पहचान गुजरात के युवकों के रूप में की है।फोरेंसिक टीम ने पड़ताल की दो भगवा रंग के बरामद कुर्तों में खून लगा मिला। पुलिस ने कमरे से दो बैग भी बरामद किए हैं। हमलावरों के स्थानीय मददगार कोई है या नहीं, इसकी अब तक पुष्टि नहीं हो सकी है। हालांकि पुलिस इन बिंदुओं पर जांच कर रही है।
गुजरात के युवक
कैसरबाग के लालबाग स्थित होटल खालसा इन के मालिक हरविंदर सिंह ने लखनऊ फील्ड यूनिट को होटल में दो संदिग्ध युवकों के ठहरने की सूचना दी थी। जिसमें पता चला कि गुजरात के शेख अशफाक हुसैन पुत्र जाकिर हुसैन और पठान मोइनुद्दीन पुत्र अहमद जिलानी अपार्टमेंट नंबर 15, पद्मावती सोसाइटी लिम्बायत सूरत के रहने वाले थे। होटल में उन्होंने इसी आईडी से रूम बुक कराया था।
गुरुवार की रात 11 बजकर आठ मिनट पर आए थे संदिग्ध
होटल के रजिस्टर में दोनों संदिग्ध युवकों के आने का समय 11 बजकर आठ मिनट दर्ज है। शुक्रवार 18 अक्टूबर सुबह 10 बजकर 38 मिनट पर होटल से निकल गए थे। जिसके बाद फिर से एक बजकर 21 मिनट पर वापस आए और एक बजकर 37 मिनट पर चले गए। जिसके बाद से होटल का रूम बंद था।
खून से सने थे कपड़े
होटल के कमरे में बनी हुई अलमारी में बैग लोअर, लाल रंग का कुर्ता आदि सामान पड़ा है। बेड पर एक भगवा रंग का कुर्ता और एक बैग रखा हुआ था। भगवा रंग के कपड़े पर खून के धब्बे लगे हुए थे। तौलिया खोला गया तो उसमें भी खून लगा हुआ था। जिओ मोबाइल का नया डिब्बा भी रखा हुआ था, शेविंग किट, चश्मा आदि सामान रखा हुआ था। पड़ताल के बाद विधिक कार्यवाही के बाद होटल का कमरा सील कर दिया गया।
कमलेश तिवारी इस हत्याकांड में अब तक गुजरात से तीन और बिजनौर से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बिजनौर के दौ मौलानाओं की भी भूमिका की जांच की जा रही है। 2015 में इन दोनों मौलानाओं ने कमलेश तिवारी का सिर कलम करने वालों को डेढ़ करोड़ रुपये इनाम देने की घोषणा की थी।