नई दिल्ली। महाराष्ट्र, हरियाणा के विधानसभा चुनाव और कई राज्यों की उपचुनाव के लिए 21 अक्टूबर को मतदान से पहले शनिवार को चुनाव प्रचार का आखिरी दिन था। कैंपेन के आखिरी दिन पीएम नरेंद्र मोदी ने हरियाणा में प्रचार करते हुए कांग्रेस पर अपने हमले को और तीखा कर दिया। पीएम ।जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने की बात करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने भीमराव आंबेडकर का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आंबेडकर ने इसे अस्थायी प्रावधान कहा था, लेकिन कांग्रेस 70 सालों तक इस पर कुछ नहीं कर पाई। एक तरफ पीएम मोदी ने हरियाणा में चुनावी कैंपेन को धार दी तो होम मिनिस्टर अमित शाह ने महाराष्ट्र में कमान संभाली। अमित शाह ने कहा कि इस साल मई में दोबारा सत्ता में आते ही पीएम नरेंद्र मोदी ने सबसे पहला जो फैसला लिया, वह आर्टिकल 370 को हटाने का था।
अमित शाह ने महाराष्ट्र में प्रचार करते हुए राहुल गांधी पर सीधा हमला बोला। कांग्रेस लीडर को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि क्या उनमें हिम्मत है कि वे कह सकें कि सत्ता में आने के बाद वह दोबारा आर्टिकल 370 को लागू करेंगे। जनजातीय बहुल जिले नंदुरबार में शाह ने कहा, ‘आर्टिकल 370 के चलते पाकिस्तान को वहां आतंकवाद फैलाने में मदद मिली और उसकी वजह से 40,000 लोगों की मौत हो गई।’
शाह बोले, पीएम मोदी ने 370 पर दिखाया 56 इंच का सीना
अमित शाह ने कहा, ‘कश्मीर में हालात नहीं सुधर रहे थे। इसके बाद भी कांग्रेस 370 को हटाने को तैयार नहीं थी। उसे राष्ट्र हित की बजाय अपने वोट बैंक की चिंता थी। किसी भी पीएम ने यह हिम्मत नहीं दिखाई, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी ने 56 इंच का सीना दिखाते हुए यह फैसला लिया।’ इसके अलावा महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अपने गृह नगर नागपुर में रोड शो कर शक्ति प्रदर्शन किया। वह नागपुर साउथ वेस्ट सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
हरियाणा में बीजेपी का पलड़ा दिख रहा भारी
हरियाणा की बात करें तो यहां बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। हालांकि कुछ सीटों पर इंडियन नैशनल लोक दल से अलग होकर बनी जेजेपी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाती दिख सकती है। हालांकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि बीजेपी का सीधा मुकाबला किसी भी पार्टी से सीधे तौर पर नहीं
भले ही बीजेपी चुनाव प्रचार में आक्रामक नजर आ रही है, लेकिन विपक्ष के नजरिए से देखें तो वह खासा कमजोर और उत्साहहीन नजर आता है। कुछ रैलियों में कांग्रेस लीडर राहुल गांधी ने इकनॉमिक स्लोडाउन, बेरोजगारी, नोटबंदी और जीएसटी को गलत ढंग से लागू करने जैसे मुद्दे जरूर उठाए।