कोलकाता। आइआइटी खड़गपुर (Indian Institute of Technology- IIT) देश का पहला आइआइटी होगा जहां इंजीनियरिंग (Engineering) के साथ-साथ छात्रों के लिए मेडिकल (Medical) की भी पढ़ाई की सुविधा होगी। आइआइटी के कार्यवाहक निदेशक प्रोफेसर कुमार भट्टाचार्य ने बताया कि अगले साल से पहले चरण में यहां 50 छात्रों के लिए एमबीबीएस पाठ्यक्रम (MBBS Courses) भी शुरू किया जाएगा। दूसरे चरण में एमबीबीएस सीटों की संख्या का विस्तार कर 100 किया जाएगा। बाद में मेडिकल में पोस्ट ग्रेजुएट (Post Graduate) डिग्री कोर्स भी शुरू किया जाएगा। अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं और शैक्षणिक गतिविधियों का प्रबंधन आइआइटी की ओर से ही किया जाएगा।अस्पताल के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स (निदेशक मंडल) की अध्यक्षता आइआइटी खड़गपुर के निदेशक करेंगे जबकि वरिष्ठ फैकल्टी मेंबर इसके सदस्य होंगे। इसे नॉन प्रॉफिट मॉडल पर यानी बिना लाभ के चलाया जाएगा। अस्पताल के 10 फीसद बेड मुफ्त रहेंगे। 65 फीसद बेड के लिए केंद्र व राज्य सरकार के हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम के अनुसार तय शुल्क लिए जाएंगे। भट्टाचार्य ने कहा कि अस्पताल शुरू होने के बाद मरीजों की भारी भीड़ होने की संभावना को देखते हुए संस्थान ने मोबाइल हेल्थकेयर इकाइयां भी स्थापित करने का फैसला किया है।उल्लेखनीय है कि डॉ बीसी राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च का निर्माण आइआइटी खड़गपुर (IIT Kharagpur) परिसर के पास 18 एकड़ जमीन में किया गया है। मानव संसाधन विकास मंत्रलय ने 2017 में संस्थान को इसकी अनुमति दी थी। यहां इस साल के अंत तक मरीजों के लिए आउटडोर और इंडोर सेवाएं शुरू होने की उम्मीद है। संस्थान की ओर से सोमवार को बताया गया कि पहले चरण में 400 बिस्तरों के साथ इंडोर सेवाएं शुरू की जाएंगी। वहीं, इस साल की समाप्ति तक आउटडोर मरीजों के लिए अस्पताल को खोले जाने की उम्मीद है।