कोरोना के चलते श्रद्धालुओं ने शारीरिक दूरी का भी रखा ख्याल
लखनऊ। लॉकडाउन 5.0 के पांचवें चरण की शुरुआत के साथ ही गंगा दशहरा के पर्व पर गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। कोरोना के चलते लॉकडाउन घोषणा के बाद मंदिर से लेकर गंगा घाट तक सब सूना पड़ा हुआ था। लेकिन गंगा दशहरा के पर्व पर सुबह से ही संगम में श्रद्धालुओं के आने का क्रम शुरू हो गया है। साथ ही लोग संगम पर भी कोरोना की गाइडलाइन के तहत सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नजर आ रहे हैं।
गंगा दशहरा के पावन पर्व पर संत महात्माओं ने संगम में आस्था डुबकी लगाई है।अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी और महामंत्री हरि गिरि जी सहित जूना अखाड़े के अध्यक्ष प्रेम गिरि महाराज, महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव यमुना गिरी जी महाराज भी शामिल रहे।
इन साधु- संतों ने गंगा स्नान किया है। इस मौके पर साधु-संतों ने गंगा दशहरा के पावन पर्व पर सुबह ही गंगा स्नान किया और मां गंगा से संपूर्ण राष्ट्र को कोरोना से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की। गंगा दशहरा यानी गंगा के अवतरण के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन गंगा में डुबकी लगाने और दान पुण्य करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।