नई दिल्ली। देश में कोरोना संकट का कहर लगातर बढ़ता जा रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक कोराना जून के आखिरी हफ्ते और जुलाई के शुरुआती हफ्तों में यह थर्ड स्टेज पर पहुंच सकता है। भारत जुलाई में कोरोना के मामले में पीक पर होंगे। केंद्र सरकार को एक साथ लॉकडाउन हटाने की बजाए किश्तों में लॉकडाउन हटाना चाहिए था। गुजरते दिन के साथ कोविड-19 के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। मगर अभी भी ये सिंगल सोर्स वाले मामले ही हैं। यानी अभी हमें पता है कि कोरोना का ये वायरस किससे किसमें दाखिल हो रहा है। इसलिए पहचान करना भी आसान हैं। लेकिन इसके मामलें जैसे-जैसे बढ़ेंगे वैसे-वैसे कोरोना भारत में अपनी थर्ड स्टेज यानी कम्युनिटी ट्रांसमिशन में दाखिल होता जाएग। तब यह पता लगाना मुश्किल हो जाएगा कि यह मामले कहां से और किससे सामने आ रहे हैं और फिर यही भारत कोरोना महामारी के पीक में पहुंच जाएगा। भारत में इस महामारी का पीक क्या होगा। इसके जवाब के लिए अमेरिका और यूरोपियन देशों को देखना होगा। जो इस कोरोना में अपनी पीक पर पहुंच चुके है या पहुंचने वाले है। इस लिहाज से भारत में अभी भी कोरोना वायरस का पीक पर पहुंचना बाकी है।
अमेरिका की बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप ने जॉन हॉप्किंस यूनिवर्सिटी से मिले डेटा के आधार पर दुनिया के 20 देशों का यह कोराना चार्ट तैयार किया था। इसके मुताबिक चीन को छोड़कर किसी भी देश में जुलाई से पहले लॉकडाउन हटाने की भविष्यवाणी नहीं की गई थी। कहा गया कि इससे पहले लॉकडाउन हटाने से हालात बिगड़ सकते हैं। बीसीजी ऐसा अनुमान लगा रही थी कि भारत में ये लॉकडाउन जून के आखिरी हफ्ते से लेकर सितंबर के दूसरे हफ्ते तक चल सकता है। इसके बाद हालात की संवेदनशीलता को ही देखकर ही भारत सरकार को ये लॉकडाउन हटाना चाहिए थे। वहीं भारत ने इससे पहले ही लॉकडाउन को हटाने की शुरुआत कर दी है। इसलिए मुमकिन है कि भारत में कोरोना पॉजिटिव केस के मामले अचानक से बढ़ने लगें है।
दुनियाभर के वैज्ञानिकों का भी यही मानना है। क्योंकि आबादी के लिहाज से कोरोना के मामले में भारत इसलिए अहम है क्योंकि कोरोना के यहां पीक पर पहुंचने के बाद ही ये तय होगा कि अब ये वायरस किस करवट बैठेगा। बीसीजी की इस रिपोर्ट के मुताबिक भी भारत में कोरोना के मामले जून के तीसरे हफ्ते तक अपनी पीक पर होंगे और भारत को कोरोना से पूरी तरह से आजादी पाने में ये पूरा साल गुजर सकता है। हां मगर उससे पहले वैक्सीन आ गई तो बात और होगी