नई दिल्ली. गलवान में भारतीय सैनिकों की शहादत और चीनी सैनिकों के हमले पर बुलाई गई ऑल पार्टी मीटिंग में सरकार को ज्यादातर दलों का साथ मिला। इस मीटिंग में 20 दलों को बुलाया गया। इनमें से 10 दलों ने खुलकर सरकार का साथ दिया और कहा कि इस वक्त में हम सभी एकसाथ हैं। इनमें तृणमूल, जदयू, बीजद जैसे दल शामिल थे।
शिवसेना चीफ और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि भारत मजबूत है, मजबूर नहीं। उन्होंने चीन के लिए कहा कि हमारी सरकार में ताकत है कि वह आंखें निकालकर हाथ में दे दे।
केवल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार से सवाल किए। उन्होंने इंटेलीजेंस रिपोर्ट, सैटेलाइट इमेज के बारे में मोदी से जानकारी मांगी।
सोनिया गांधी ने पूछे सवाल
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि इस बैठक को काफी पहले होना चाहिए था। इस मंच पर भी काफी कुछ अंधेरे में ही है। मोदी सरकार बताए कि चीन के सैनिकों ने घुसपैठ कब की? सरकार को इस बारे में कब पता चला?
कांग्रेस अध्यक्ष ने पूछा कि क्या सरकार के पास सैटेलाइट इमेज नहीं थी? इन असामान्य गतिविधियों के बारे में कोई इंटेलीजेंस रिपोर्ट नहीं मिली थी?
सोनिया गांधी ने पूछा माउंटेन स्ट्राइक कोर की मौजूदा स्थिति क्या है? देश यह भरोसा चाहता है कि सीमा पर पहले जैसे हालात स्थापित हो जाएंगे। विपक्षी पार्टियों को इस बारे में लगातार जानकारी दी जाए।