लखनऊ। कोरोना वायरस के संक्रमण काल में भी प्रदेश में हर जगह पर रविवार को छठा ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ मनाया गया है। फिजिकल डिस्टेसिंग का ख्याल रखते हुए लोग अपनी कालोनी के पार्क या फिर अपने घर की छत पर ही योग अभ्यास कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण से बचने के लिये सरकार के दिशा-निर्देशों के चलते किसी भी सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया।
इस मौके पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि योग, प्राचीन भारतीय ऋषियों की आध्यात्मिक परंपरा का प्रसाद है। उन्होंने कहा कि आज पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरा विश्व भारत के साथ आत्मीय संवाद कर रहा है। योग हमारे जीवन से जुड़े भौतिक, मानसिक, आत्मिक, आध्यात्मिक आदि सभी पहलुओं पर काम कर जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाता है। शिवावतारी महायोगी गुरु श्री गोरक्षनाथ जी ने सर्वजन हेतु योग को सुलभ बनाया। इस वर्ष योग एट होम की संकल्पना के साथ सभी को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं।
उन्होंने कहा कि योग न केवल लोगों को आपस में जोड़ता है वरन स्वास्थ्य के साथ मानसिक उत्थान का सबसे बड़ा मार्ग निर्धारक है। यही वजह है कि भारत की इस परंपरा को वैश्विक स्वरूप प्राप्त हो सका है। मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने एक कॉमन योग प्रोटोकॉल जारी किया है। इसके तहत योग करते हुए लोग अपना फोटो या वीडियो उस पर अपलोड कर सकते हैं। केंद्र और राज्य सरकार अच्छे योगाभ्यासियों को पुरस्कृत भी करेगी।
वहीं उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य अपने सरकारी आवास पर रहते हुये विश्व योग दिवस का कार्यक्रम में भाग लिया। यही नहीं उन्होंने घर पर रहकर अलग अलग तरह के योगाभ्यास किये। डिप्टी सीएम ने लोगों को योग की उपयोगिता बताई। इसके अलावा राज्य के दूसरे डिप्टी सीएम डॉक्टर दिनेश शर्मा ने भी विश्व योग दिवस पर अपने सरकारी आवास पर योग के जरिये लोगों को स्वस्थ्य रहने का संदेश दिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते इस बार ‘योगा एट होम’ की थीम थी, इसलिये घर पर पत्नी के साथ ही किया योग।