लॉकडाउन की वजह से स्थगित हुई CISCE की बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर अब स्थिति साफ हो चुकी है। CBSE के साथ ही CISCE बोर्ड ने भी 10वीं- 12वीं की बची परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला किया है। परीक्षाओं को लेकर 2 दिन हुई सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने बोर्ड से 15 जुलाई तक परीक्षा परिणाम जारी करने को कहा। इस दौरान सीबीएसई ने अदालत में मूल्यांकन प्रक्रिया के बारे में एक ड्राफ्ट भी पेश किया। हालांकि, CISCE की तरफ से अभी तक इस बारे में विवरण जारी करना बाकी है।
एक हफ्ते में देगा असेसमेंट स्कीम की जानकारी
साथ ही CISCE ने कोर्ट में यह भी बताया कि CBSE के विपरीत, वह 10वीं के स्टूडेंट्स को भी परीक्षा में सुधार करने के लिए वैकल्पिक परीक्षा का ऑप्शन देगा। परीक्षा को लेकर हो रही सुनवाई के दौरान एक ओर जहां सीबीएसई ने कोर्ट में अपनी एसेसमेंट स्कीम के बारे में जानकारी दी, तो वहीं दूसरी ओर CISCE ने कोर्ट में बताया कि वह थोड़ी अलग स्कीम के आधार पर परीक्षा परिणाम घोषित करेगा, जिसके बारे में अभी तक जानकारी नहीं दी गई है। बोर्ड ने इस बारे में बताया कि वह एक हफ्ते में रिजल्ट के लिए अपनाई जाने वाली स्कीम के बारे में जानकारी देगा।
हालात सामान्य होने पर होगी वैकल्पिक परीक्षा
सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील ने परिणाम घोषित होने के 2 हफ्ते के अंदर ही वैकल्पिक परीक्षा कराने की बात कही। लेकिन सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि जब भी स्थिति अनुकूल होगी, हम स्टूडेंट्स को परीक्षा का विकल्प देंगे। दरअसल, जुलाई में आयोजित होने वाली परीक्षाओं पर स्टूडेंट्स और अभिभावकों की आपत्ति के बाद बोर्ड ने इसे रद्द करने का फैसला किया है। वहीं, देश में कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच राज्य सरकारें भी बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के खिलाफ थीं।