नई दिल्ली। गलवान हिंसक झड़प के बाद लगातार बढ़ रहे तनाव को कम करने के लिए भारत और चीन की सेनाओं के बीच मंगलवार को लेफ्टिनेंट जनरल लेवल की बातचीत होगी है। यह बैठक लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल में भारत की तरफ चुशुल में होगी। इससे पहले एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि दोनो देशों के बीच हर हफ्ते बैठक की तैयारी है। बैठक में भारत की तरफ से विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, गृह मंत्रालय के अधिकारियों के अलावा सैन्य कमांडर भी शामिल होंगे।
मई की शुरुआत में दो परमाणु संपन्न देशों के बीच टकराव के बाद सेना के सीनियर अधिकारियों के नेतृत्व में यह तीसरी बैठक होगी। गलवान हिंसा क करीब हफ्ते भर बाद 22 जून को आखिरी बार हुई बैठक में लेह 14वीं कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और साउथ जिनजियांग मिलिट्री क्षेत्र के मेजर जनरल लियू लिन के बीच एलएसी पर तनाव कम करने को लेकर बातचीत हुई थी।
हालांकि, चीन ने गलवान, डेपसांग और पैंगोंग त्सो के पास फिंगर एरिया में अपनी सैन्य गतिवधियां नहीं रोकी। दोनों सीनियर अधिकारी पहली बार 6 जून को मिले थे। पहली दो बैठकें मोलदो में एलएसी पर चीन की जमीन पर हुई थी। दूसरे दौर की वार्ता में 22 जून को दोनों पक्षों के बीच पूर्वी लद्दाख में तनाव वाले स्थानों पर ”पीछे हटने के लिए ”परस्पर सहमति बनी थी।