यंगून। म्यांमार के रखाइन प्रांत में अल्पसंख्यक रोहिंग्या समुदाय के लोग एक बार फिर सैन्य कार्रवाई के भय से घर छोड़ने के लिए मजबूर हो गए हैं। बीते एक हफ्ते में दस हजार से अधिक लोग अपना घर-बार छोड़कर पलायन कर चुके हैं। इसके पीछे की वजह मंगलवार को प्रांतीय सरकार द्वारा जारी एक आदेश है।
बता दें कि आतंकी संगठन अराकन आर्मी के खिलाफ फिर से शुरू सैन्य अभियान को देखते हुए प्रांतीय सरकार ने ग्रामीणों को अपने घरों से दूर जाने को कहा था। ग्रामीण इलाकों में आतंकियों से सेना की अक्सर मुठभेड़ होती रहती है। ज्ञात हो कि 2017 में आतंकियों के खिलाफ चले सैन्य अभियान के डर से रोहिंग्या समुदाय के लाखों मुस्लिम पलायन कर पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश चले गए थे।
म्यांमार के एक सांसद खिन मौंग लैत ने कहा कि यह आदेश अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के लिए किसी कयामत से कम नहीं है। तीन दिन बाद शुक्रवार को हालांकि रखाइन के सुरक्षा मंत्री सरकारी आदेश को निरस्त करने की घोषणा कर चुके हैं, लेकिन डरे, सहमे लोग अब भी गांव छोड़कर शहर की ओर रुख कर रहे हैं। बड़ी संख्या में लोग प्रांत की राजधानी सितवे पहुंच गए हैं।