लखनऊ। उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड का परीक्षा-2020 का परिणाम बुधवार को घोषित कर दिया गया। कुल 81.99 प्रतिशत बच्चों सफल घोषित किया गया है। जिसमें 55.45 प्रतिशत छात्राएं और 79.86 प्रतिशत छात्र पास सफल हुए हैं। इस बार परीक्षा में कुल 1,82,259 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए थे। जिनमें से 1,15,650 बच्चे पास हुए हैं, जबकि 25,402 परीक्षार्थी अनुत्तीर्ण हुए हैं। 41,207 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
परीक्षा परिणाम की घोषणा लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश समाज कल्याण निदेशालय में आज मदरसा शिक्षा परिषद की बैठक के दौरान प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने बटन दबाकर की।
नंद गोपाल नंदी ने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कहना है कि भारत के हर मुस्लिम बच्चे के एक हाथ में कुरान हो तो दूसरे हांथ में लैपटाॅप हो। प्रधानमंत्री के इस लक्ष्य को साकार करने के लिए उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सफलता पूर्वक प्रयास किया जा रहा है। मंत्री ने कहा, जो छात्र अनुत्तीर्ण हुए हैं, उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है। वह पुनः प्रयास करें और अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण हों।
यूपी मदरसा शिक्षा परिषद लखनऊ द्वारा सेकेण्डरी (मुंशी मौलवी), सीनियर सेकेण्डरी (आलिम), कामिल एवं फाजिल की वर्ष 2020 की बोर्ड परीक्षाएं इस बार 25 फरवरी 2020 से प्रारम्भ होकर 5 मार्च 2020 तक प्रदेश के 552 परीक्षा केन्द्रों में सम्पन्न हुई थीं।
इन परीक्षाओं में शामिल कुल 1,82,259 परीक्षार्थियों में से 1,38,241 छात्र-छात्राएं संस्थागत थे। जबकि 44,017 छात्र-छात्राएं व्यक्तिगत परीक्षार्थी के रूप में सम्मिलित हुए थे। कोविड-19 और लाॅकडाउन के चलते इस बार मूल्यांकन प्रभावित हुआ और परीक्षा परिणाम भी देर से जारी हुआ।