सऊदी अरब की यात्रा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाकिस्तान के एयरस्पेस का इस्तेमाल करने के भारत के आग्रह को पाकिस्तान ने अस्वीकार कर दिया है। पाकिस्तान मीडिया में रविवार को इस आशय की रिपोर्ट में कहा गया है कि विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी इस संबंध में भारत उच्चायुक्त को लिखित में अवगत करायेंगे।विदेश कार्यालय की तरफ से आज (रविवार, 27 अक्टूबर) जारी बयान में कहा गया है कि यह फैसला जम्मू -कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों के मानवाधिकर उल्लंघनों और पाकिस्तान के काला दिवस मनाने के प्रति एकजुटता की वजह से लिया गया है।
मोदी की सऊदी अरब यात्रा के दौरान भारत और खाड़ी देश के बीच होंगे अहम समझौते
भारत और सऊदी अरब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोमवार (28 अक्टूबर) से शुरू हो रही खाड़ी देश की दो दिवसीय यात्रा के दौरान तेल और गैस, नवीनीकरण ऊर्जा और नागरिक उड्डयन समेत विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों में संबंध मजबूत करने के लिए अहम समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। विदेश मंत्रालय में सचिव (आर्थिक संबंध) टी एस तिरुमूर्ति ने 24 अक्टूबर को कहा कि जिन अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे उनमें भारत-सऊदी अरब कूटनीतिक साझेदारी परिषद की शुरुआत करना, रुपे कार्ड शुरू करने पर समझौता ज्ञापन तथा दोनों देशों की ई-प्रवास प्रणाली के बीच समन्वय लाने पर अलग समझौता शामिल है।
मोदी की यात्रा के बारे में पत्रकारों को संबोधित करते हुए अधिकारी ने बताया कि दोनों पक्ष रक्षा तथा सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच पहला नौसैन्य अभ्यास इस साल के अंत तक या अगले साल के आरंभ में होगा। यह पूछे जाने पर कि क्या मोदी कश्मीर पर भारत के फैसलों के बारे में सऊदी अरब नेतृत्व को जानकारी देंगे, उन्होंने कहा कि रियाद ने घाटी में हाल के घटनाक्रमों पर सहमति जतायी है।
सीमा पार से आतंकवाद के बारे में तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत और सऊदी अरब दोनों की आतंकवाद को लेकर चिंताएं हैं जो फरवरी में वली अहद (उत्तराधिकारी) मोहम्मद बिन सलमान की यहां की यात्रा के बाद जारी संयुक्त बयान में दिखाई दी। सऊदी अरब की राजधानी रियाद में प्रधानमंत्री सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सौद से मुलाकात करेंगे और वली अहद के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। मोदी सऊदी अरब के ‘भावी निवेश पहल के तीसरे संस्करण को भी संबोधित करेंगे।