लखनऊ। पहले और आखिरी उप महापौर अभय सेठ कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए। बीते शनिवार को वह पीजीआई में भर्ती किए गए थे और सोमवार की सुबह उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। दस साल तक नगर निगम सदन के सदस्य रहने वाले अभय सेठ अपने पीछे परिवार में पत्नी, बेटा और एक बेटी छोड़ गए हैं। बेटा और बेटी दोनों शादीशुदा हैं। बेटा यहीं पर है मगर बेटी विदेश में है। अब कोरोना के कारण हवाई यातायात बंद है तो उसका आना संभव नहीं हो पाया।
अभय सेठ 1996 और 2002 में अलीगंज वार्ड से पार्षद चुने गए थे। पार्षदों के बीच से ही 2002 से पहले तक उप नगर प्रमुख का चुनाव होता था। पहली बार अभय सेठ 22 मई 2002 से 20 नवंबर 2002 तक उप नगर प्रमुख रहे।
इस दौरान सरकार ने उप नगर प्रमुख का पदनाम बदलकर उप महापौर कर दिया यानि डिप्टी मेयर कर दिया। जिसके बाद 21 नवंबर 2002 से 13 फरवरी 2006 तक वह उप महापौर रहे। उनके बाद शासन ने उप महापौर का पद ही समाप्त कर दिया। ऐसे में वह शहर के पहले और आखिरी उप महापौर रहे। इस समय वह लखनऊ व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष थे।