मथुरा के परिक्रमा मार्ग स्थित सुदामा कुटी में काशी विद्वत परिषद ब्रज मंडल शाखा में संत-महात्मा एवं धर्माचार्यों की बैठक आयोजित की गई। जिसमें अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के शुभारंभ के बाद अब ब्रज मंडल काशी विश्वनाथ एवं मथुरा में श्रीकृष्ण जन्म भूमि को मुक्त कराने के लिए बिगुल फूंका गया।
अध्यक्षता करते हुए महंत सुतीक्ष्ण दास महाराज ने कहा कि हमें उम्मीद है कि पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी के नेतृत्व में जिस तरह से राममंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ है उसी तरह काशी और मथुरा का विवाद भी सुलझेगा। महामंडलेश्वर चित्तप्रकाशानंद ने कहा कि काशी विश्वनाथ और कृष्ण जन्मभूमि की मुक्ति के लिए भी हम सबको विचार करना चाहिए। ताकि वहां भी दिव्य भव्य मंदिर का निर्माण हो सके। स्वामी नवल गिरी ने कहा कि हम सभी सनातन धर्मप्रेमियों को अभी नहीं तो कभी नहीं की भावना को जाग्रत करते हुए में काशी-मथुरा के लिए जनमानस को जागरूक होगा।
कार्ष्णि नागेंद्र महाराज ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर है मंदिर था और मंदिर ही रहेगा। अब बाबर और औरंगजेब का जमाना नहीं है। यह मोदी और योगी युग है। यहां पर मंदिरों का सनातन धर्म का संरक्षण होगा। यह आवाज ब्रज मंडल से अब उठ चुकी है। कहा कि अयोध्या तो झांकी है मथुरा और काशी अभी बाकी है। आने वाले दिनों में यह नारा चारों तरफ गूंजता दिखाई देगा। भागवत प्रवक्ता डा. मनोजमोहन शास्त्री ने कहा कि रामजन्म भूमि की स्थापना के साथ एक शुभारंभ हुआ है आगे सभी मंदिरों का भी संरक्षण होगा। वैदिक पथिक अनुरागकृष्ण शास्त्री ने कहा कि अब हम सभी की यह आवाज है कि काशी विश्वनाथ और कृष्ण जन्मभूमि का भी भव्य मंदिर बने। संजीवकृष्ण ठाकुरजी ने काशी और विश्वनाथ मंदिर निर्माण के लिए सभी से एकजुट होकर आवाज उठाने का आह्वान किया। इस अवसर पर मुकुंद शर्मा, विश्वास शर्मा, श्यामसुंदर ब्रजवासी, रामशरण शर्मा, ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष महेश भारद्वाज, विष्णु सिद्ध आदि उपस्थित थे।