बेंगलुरु के कुछ इलाकों में मंगलवार (11 अगस्त) देर रात साम्प्रदायिक हिंसा भड़क गई। दरअसल एक युवक ने कथित तौर पर पैगंबर को लेकर अपमानजनक पोस्ट किया था, जिसकी प्रतिक्रिया में यह हिंसा हुई। करीब सौ की संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य एक जगह जमा हुए और कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के घर पर पत्थर फेंके। इतना ही नहीं, डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस स्टेशन पर भी पथराव किया गया। मूर्ति उत्तरी बेंगलुरु के पुलकेशी नगर विधानसभा सीट से विधायक हैं।
समाचार एजेंसी के मुताबिक कांग्रेस विधायक मूर्ति के भतीजे ने पैगंबर को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था, जिसके बाद अल्पसंख्यक समुदाय का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने विधायक के घर तोड़फोड़ की। इस मामले पर कर्नाटक के गृहमंत्री ने कहा, “मामले की जांच हो रही है, लेकिन तोड़फोड़ से किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता। सुरक्षा के मद्देनजर इलाके में अतिरिक्त बलों को तैनात कर दिया गया है और उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
अपने पैगंबर के कथित अपमान को लेकर विरोध-प्रदर्शन के दौरान गुस्साई भीड़ ने दोनों पुलिस थानों पर बोतल और पत्थर फेंके, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालांकि, पुलिस सूत्रों ने बताया कि युवक ने दावा किया है कि उसका फेसबुक अकाउंट हैक हो गया था और उसने वह पोस्ट नहीं किया था, जिसमें कथित तौर पर पैगंबर के अपमान की बात कही जा रही है।
पुलिस आयुक्त कमल पंत ने बताया कि कथित सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर भड़की हिंसा के बाद बेंगलुरु के डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस स्टेशन इलाके में उग्र भीड़ से झड़प के दौरान अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सहित करीब 60 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। उन्होंने कहा, “उपद्रवियों पर काबू पाने के लिए की गई फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक घायल व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बेंगलुरु में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है और डीजे हल्ली व केजी हल्ली पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आनेवाले इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।”
वहीं, गृहमंत्री बासवराज बोमाई ने मीडिया से बातचीत में कहा कि किसी को भी कानून को अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि शांति बनाए रखने और हालात को सामान्य करने के लिए अतिरिक्त बलों की तैनाती के आदेश दे दिए गए हैं। सुरक्षा के लिहाज से विधायक मूर्ति को पुलिस स्टेशन में रखा गया है और इसी वजह से घटना को लेकर उनसे प्रतिक्रिया नहीं ली जा सकी। हिंसा से बचाव के लिए कांग्रेस विधायक के घर को सुरक्षा घेरा में रखा गया है।