भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत में लगातार तीसरे दिन कोई सुधार नहीं हुआ है। सेना के रिसर्च एवं रेफरल अस्पताल ने बुधवार को कहा, प्रणब मुखर्जी की हालत चिंताजनक बनी हुई है और अभी उन्हें वेंटिलेटर पर ही रखा जा रहा है। प्रणब मुखर्जी को 10 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
उनकी मस्तिष्क की सर्जरी हुई थी और दिमाग में जमे खून के थक्के को हटाया गया था। सर्जरी के बाद से ही प्रणब मुखर्जी वेंटिलेटर पर हैं। डॉक्टरों ने बताया कि मंगलवार को उनकी तबीयत और बिगड़ गई थी जिसके बाद से कोई सुधार नहीं दिखा है। 84 वर्षीय मुखर्जी में कोरोना संक्रमण की भी पुष्टि हुई थी।
वहीं उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने बुधवार रात को ट्वीट कर यह जानकारी दी कि “आप सबकी प्रार्थनाओं से मेरे पिता की हालत फिलहाल रक्त प्रवाह के लिहाज से स्थिर है। मैं आप सभी से प्रार्थनाएं जारी रखने की अपील करता हूं। कृपया उनकी जल्द ठीक होने के लिए दुआ कीजिए। मुखर्जी इस समय सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती हैं और लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं।
इससे पहले शर्मिष्ठा मुखर्जी ने ट्वीट किया, ‘पिछले साल 8 अगस्त को मेरे लिए सबसे खुशी वाला दिन था, क्योंकि मेरे पिता को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। ठीक एक साल बाद 10 अगस्त को वह गंभीर रूप से बीमार पड़ गए हैं। भगवान उनके लिए सबकुछ अच्छा करें और मुझे जीवन के सुख और दुख दोनों को समान भाव से स्वीकार करने की शक्ति दें। मैं उनकी चिंताओं के लिए ईमानदारी से सभी को धन्यवाद देती हूं।
इससे पहले अस्पताल ने बताया था कि पूर्व राष्ट्रपति को 10 अगस्त को गंभीर स्थिति में 12 बजकर सात मिनट पर दिल्ली छावनी स्थित सेना के आर एंड आर अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसमें कहा गया कि अस्पताल में की गई चिकित्सीय जांच में सामने आया कि उनके मस्तिष्क में एक बड़ा सा थक्का है, जिसके लिए उनकी आपातकालीन जीवनरक्षक सर्जरी की गई।