देश में ऑनलाइन और मोबाइल बैकिंग फ्रॉड के बढ़ते मामलों को देखते हुए गृह मंत्रालय के साइबर सुरक्षा ट्विटर हैंडल ‘साइबर दोस्त’ पर यूजर्स को इस बारे में चेतावनी दी गई है। सरकार ने यूजर्स को फर्जी कॉल्स को लेकर चेतावनी दी है। साइबर दोस्त के ट्विटर हैंडल पर इस बारे में जानकारी दी गई है, जिससे यूजर्स सुरक्षित रह सके।
मोबाइल फोन पर आने वाले कॉल्स की मदद से फ्रॉड का तरीका काफी पुराना है, लेकिन हाल ही में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिसमें फोन कॉल के जरिए बैंक अकाउंट खाली करने की बात सामने आई है।
ज्यादातर कॉल्स +92 और +01 से शुरू होने वाले नंबरों से आते हैं
फ्रॉड के मकसद से आने वाले ज्यादातर कॉल्स +92 से शुरू होने वाले नंबरों से आते हैं। ऐसे नंबरों से सामान्य कॉल्स के अलावा यूजर्स को व्हाट्सएप कॉल्स भी किए जा रहे हैं। ऐसे कॉल्स का मकसद यूजर्स की पर्सनल और संवेदनशील सूचना चोरी करना होता है और कॉल करने वाला पीड़ित को बातों में उलझाकर उनके बैंक से संबंधित विवरण चुरा लेता है।
इसके अलावा +01 से शुरू होने वाले नंबरों से भी कई यूजर्स को कॉल्स आए हैं। साइबर दोस्त की ओर से बताया गया है कि ऐसे कॉल्स से सतर्क रहें और अपने बैकिंग डीटेल्स कभी भी कॉल पर किसी के साथ शेयर नही करें। हालांकि इस संबंध में बैंक भी अपने ग्राहकों को संदेश भेजकर हमेशा जागरूक करते रहते हैं।
लकी ड्रॉ या लॉटरी का लालच
कॉल के दौरान लोगों के बैंक अकाउंट नंबर से लेकर डेबिट/ क्रेडिट कार्ड डीटेल्स तक की जानकारी चुरा ली जाती है। इसके लिए उन्हें लॉटरी जीतने या लकी ड्रॉ में नाम आने जैसे लालच दिए जाते हैं और बदले में बैकिंग डीटेल्स यह कहकर मांगते हैं कि जीती हुई रकम आपके अकाउंट में भेजी जाएगी। फ्रॉड करने वाला किसी बड़ी कंपनी का नाम लेकर अपनी सर्विस असली होने का भरोसा पीड़ित को दिलाता है।
बैंक का विवरण किसी के साथ शेयर नहीं करें
कई बार कॉलर की ओर से क्यूआर कोड या फिर बार कोड भेजकर उन्हें स्कैन करने के लिए भी कहा जाता है। गलती से भी ऐसे कोड्स को स्कैन ना करें। ऐसा करने वाले एक से ज्यादा कॉल्स भी अलग-अलग नंबरों से कर सकते हैं। ऐसे कॉल्स से सतर्क रहें और अपने बैंक का विवरण कभी भी कॉल पर किसी के साथ शेयर ना करें