एलडीए और आवास विकास ने प्रधानमंत्री आवास योजना के मकानों के मानक अपने हिसाब से निर्धारित कर दिए हैं। दोनों ने मकानों की किस्त जमा करने की समय सीमा भी अपनी सुविधा के हिसाब से कर दी है। मकान की कीमतें भी अलग-अलग हैं। इसको लेकर आवेदक काफी भ्रमित हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि जब योजना एक है तो नियम व शर्तें अलग-अलग कैसे हैं।
एलडीए ने प्रधानमंत्री आवास योजना के 4500 मकानों के लिए पंजीकरण खोला है, जबकि आवास विकास के 3500 मकानों के लिए 20 अगस्त के बाद बुकिंग शुरू होगी। दोनों सरकारी एजेंसियों ने पीएम आवास के मानक अलग-अलग कर दिए हैं। एलडीए मकान की पूरी कीमत आवंटियों से 18 महीने में मांग रहा है। वहीं आवास विकास 60 महीने में पैसा जमा करने की सुविधा दे रहा है। आवास विकास के मकान भी एलडीए से सस्ते हैं। आवास विकास के मकान की कीमत 6 लाख है। इसमें से ढाई लाख सरकार सब्सिडी दे रही है। आवंटी को केवल साढ़े तीन लाख रुपए देना होगा।
उधर, एलडीए के मकान की कीमत 6 लाख 51 हजार है। ढाई लाख सब्सिडी के बाद आवंटी को चार लाख एक हजार रुपए देना होगा। इस तरह एलडीए के मकान की कीमत आवास विकास से पूरे 51000 रुपए ज्यादा है।
आवास विकास के मकान बड़े व एलडीए के छोटे हैं। आवेदक भ्रमित हैं कि जब दोनों योजनाएं एक ही हैं तो एलडीए आवास विकास के नियम व शर्तें अलग-अलग क्यों हैं।
एलडीए की किस्त काफी ज्यादा
आवास विकास प्रधानमंत्री आवास योजना के गरीब आवंटियों को एलडीए से ज्यादा सुविधा दे रहा है। आवास विकास के मकान की प्रतिमाह किस्त 5760 रुपए है। वहीं एलडीए के मकान की किस्त 22000 रुपए महीने बन रही है। एलडीए की किस्त आवास विकास से प्रति माह 16240 रुपए ज्यादा है। आवास विकास 3 महीने में पूरा पैसा जमा करने वालों से कोई ब्याज भी नहीं ले रहा है।