नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर सेक्टर-148 स्थित नोएडा पॉवर कंपनी लिमिटेड (NPCL) के एक सब स्टेशन में भीषण आग लग गई। NPCL को इस 500 MVA के ट्रांसफॉर्मर से ही बिजली मिलती थी। दमकल की गाड़ियां आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही हैं।
जानकारी के अनुसार, इस पॉवर हाउस से जुड़े नोएडा-ग्रेटर नोएडा के लगभग 20 सेक्टरों के 60 हजार से अधिक घरों में सुबह से ही बिजली गुल है, जिन इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई है उनमें सेक्टर-105, 104, 99, 100, 82, 93, 93a, 93b, 135, 129, 127 आदि शामिल हैं।
NPCL निगम अधिकारियों के अनुसार, 500 MVA के ट्रांसफॉर्मर में एक लाख लीटर तेल भरा होता है। इस कारण कई बार आग बुझाने के बाद भी आग लगने की सम्भावना रहती है। इस वजह से 24 से 36 घंटे तक आग के धधकने की सम्भावना बनी हुई है।
गौतमबुद्ध नगर जिले में पहली बार किसी बिजली सब-स्टेशन के ट्रांसफॉर्मर में इतनी भीषण आग लगने की घटना सामने आई है। इस आग के चलते 10 करोड़ से अधिक के नुकसान का अनुमान जताया जा रहा है।
निगम के ट्रांसमिशन विभाग के मुख्य अभियंता शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि 8 से 10 दमकल वाहनों व फॉम से आग बुझाने का प्रयास किया जा रहा है। कुछ घंटो में आग पर काबू पा लिया जाएगा।
आसपास की जगहों को खाली करा लिया गया है। आग में अभी तक किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। हादसे के कारणों का भी फिलहाल पता नहीं चल सका है। हालांकि, एनपीसीएल से जुड़े सभी सेक्टरों की बिजली सप्लाई पाली पावर स्टेशन पर डायवर्ट कर दी गई है। बताया जा रहा है कि हालात सामान्य होने में करीब 4 से 5 घंटे का समय लग सकता है।
दूसरे ट्रांसफॉर्मर को बचाने की कोशिश जारी
भेल कम्पनी द्वारा लगाए गए 500 MVA के इस ट्रांसफॉर्मर की कीमत 8 से दस करोड़ रुपये बताई जा रही है। अब उसके बराबर में लगे ABB कम्पनी के ट्रांसफॉर्मर को बचाने का किया जा रहा है। दूसरा ट्रांसफॉर्मर फायर वॉल की वजह से बचा हुआ है। आशंका जताई जा रही है कि तेज आग की वजह से कहीं फायर वॉल नहीं गिर जाए। इसी तरह पिछले साल बनारस में भी भेल कम्पनी के 500 MVA के ट्रांसफॉर्मर में आग लग गई थी। उस आग को बुझाने में एक दिन से अधिक का समय लगा था।