नई दिल्ली। अमेरिका में इसी साल नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। चुनाव दो पार्टियों रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक के बीच है। रिपब्लिकन की तरफ से डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक की तरफ से जो बिडेन मैदान में है। डोनाल्ड ट्रंप वर्तमान में भी अमेरिका के राष्ट्रपति है। इस वजह से वो अपने पद पर बने रहने के लिए लड़ रहे हैं।
इस बीच डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से भारतीय मूल की कमला हैरिस को उपराष्ट्रपति पद पर चुनाव के लिए उतार दिया गया है। कमला हैरिस के मैदान में आ जाने से चुनाव में थोड़ा रोमांच आ गया है। अब ये कहा जा रहा है कि कमला हैरिस अमेरिका में रह रहे भारतीय मूल के वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए काम करेंगी साथ ही राष्ट्रपति पद पर बिडेन के लिए वोट मांगेगी, ऐसे में बिडेन के जीतने की संभावना अधिक होगी।
अब एक बात ये भी कही जा रही है कि अमेरिका के कुछ राज्यों में बड़े पैमाने पर रहने वाले भारतीय मूल के वोटर जिसे वोट देंगे, उसी की जीत पक्की मानी जाएगी। इससे अब ये गुणा भाग लगाया जा रहा है कि अमेरिका के किन-किन राज्यों में भारतीय वोटरों की संख्या अधिक है। फिलहाल ये सब राजनीतिक पंड़ितों का गुणा भाग है।
अमेरिका की आबादी लगभग 32.82 करोड़ है जबकि इनमें अप्रवासियों की संख्या 4.5 करोड़ के आसपास है।2000 में अमेरिका में भारतीय मूल के लोगों की संख्या 16 लाख 78 हजार 765 थी। यह 2012 में तेजी से बढ़कर 28 लाख 43 हजार 391 हो गई। इस दौरान न्यूयॉर्क, उत्तरी न्यू जर्सी, लौंड आयलैंड मेट्रो क्षेत्र में भारतीयों की संख्या बढ़कर पांच लाख 26 हजार 133 हो गई। साल 2010 में भारतीयों की आबादी 31 लाख 83 हजार 63 थी। 2017 में यह बढ़कर 44 लाख 2 हजार 363 हो गई।
साउथ एशियन अमेरिकन लीडिंग टुगेदर (साल्ट) की रिपोर्ट में कहा गया है कि 6 लाख 30 हजार भारतवंशी यहां अवैध तौर पर रह रहे हैं। इन सभी लोगों का वीजा खत्म हो चुका है। करंट पापुलेशन सर्वे के मुताबिक- 2016 के अमेरिकी चुनाव में एशियाई देशों के 49.9% लोगों ने मतदान किया था। 2001 में जहां दक्षिण एशियाई मूल के वोटरों की संख्या 20 लाख थी, वहीं 2016 में ये बढ़कर 50 लाख तक पहुंच गई। इनमें से 15 लाख भारतीय हैं। पाक मूल के वोटरों की संख्या 2 लाख 22 हजार 252 है जबकि बांग्लादेशी 69,825 हैं।