लंग कैंसर से जूझ रहे संजय दत्त फिलहाल ट्रीटमेंट के लिए विदेश नहीं गए हैं और मुंबई के ही एक अस्पताल में ही अपना इलाज करवा रहे हैं। उनकी हेल्थ अपडेट से जुड़ी कुछ बातें लीलावती अस्पताल के डॉक्टर जलील पार्कर ने दैनिक भास्कर से साझा कीं। उन्होंने बताया कि संजू ने अमेरिका के डॉक्टर्स से सेकंड ओपिनियन लिया था, उसके बाद ही उन्होंने बाहर जाने का फैसला टाल दिया।
खास बातचीत में डॉ ने कहा, ‘जब संजय दत्त अस्पताल में आए तो उनका सिटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड और बेसिक ब्लड टेस्ट किए गए। उनके फेफड़े के राइट साइड में जो पानी था, उसको भी निकालकर जांच के लिए भेजा गया था। इसके बाद तमाम रिपोर्ट्स के आधार पर उनको डायग्नॉसिस दिया गया। रिपोर्ट आने के 48 घंटे के भीतर ही संजय घर चले गए।’
‘फिर दो दिन पहले दोपहर के वक्त वो लीलावती अस्पताल में आए थे। हमने और भी कई जांचें कीं। जिसमें अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे और कुछ ब्लड टेस्ट भी शामिल हैं। ये सब होने के बाद वो शाम पांच बजे चले गए। हमने जो रिपोर्ट और डायग्नोसिस दिया था, जो ट्रीटमेंट का प्रोटोकॉल दिया, उस लेकर उन्होंने इच्छा जाहिर की थी कि वे सेकेंड ओपिनियन के लिए रिपोर्ट को अमेरिका भेजेंगे।’
आगे उन्होंने बताया, ‘अमेरिका से उन्हें जो सेकेंड ओपिनियन मिला वो हूबहू वही निकला, जैसा इलाज हम देना चाहते थे। हालांकि उन्होंने कोकिलाबेन में इलाज कराने का फैसला किया। हम जो डायग्नोसिस और इलाज देने वाले थे, उनके स्टेप्स भी अमेरिकी डॉक्टरों ने सेम टू सेम कहा। इससे ज्यादा मैं नहीं कह सकता। वरना वो ब्रीच ऑफ प्राइवेसी होगा।’
‘संजय दत्त के लाखों चाहने वालों के लिए भी मैं ये नहीं बोल सकता कि उन्हें कैंसर है या किस स्टेज का है, वो नहीं कह सकता। संजय ने मुझसे ये जरूर कहा था कि ट्रीटमेंट लेने के बाद बची हुए फिल्मों की शूटिंग करनी है।’
पत्नी ने स्टेटमेंट जारी कर दी थी जानकारी
इससे पहले मंगलवार रात को संजय की पत्नी मान्यता दत्त ने एक बयान जारी करते हुए बताया था कि संजू फिलहाल लंग कैंसर के इलाज के लिए देश से बाहर नहीं जाएंगे। उनका प्रारंभिक उपचार मुंबई में ही होगा। इसके पहले शाम को उन्हें बहन प्रिया और पत्नी के साथ कोकिलाबेन हॉस्पिटल जाते हुए देखा गया था। जहां मौजूद फोटोग्राफरों से वे से अपने लिए दुआ करने की अपील करते दिखाई दिए थे।
मान्यता ने अपने स्टेटमेंट में लिखा था- संजू के सभी फैन्स और शुभचिंतकों का मैं शुक्रिया अदा नहीं कर सकती। अपने जीवन में वे कई उतार-चढ़ावों से गुजरे हैं। लेकिन जिस चीज ने उन्हें इन सबसे उबरने में मदद की है। वह आपका ही प्यार और सपोर्ट था। इसलिए हम हमेशा आपके आभारी हैं। हम जिस हाल में अभी हैं, उसके लिए भी आपके प्यार की अपेक्षा कर रहे हैं।
- एक परिवार के तौर पर हमने इन हालातों को सकारात्मकता के साथ मुकाबला करने का फैसला लिया है। हम मुस्कान के जिंदगी को सामान्य तौर पर जीने की कोशिश में हैं। क्योंकि यह एक लम्बी लड़ाई और यात्रा होगी। हमें संजू के लिए नेगेटिविटी के बिना यह करने की जरूरत है।
- इस मुश्किल वक्त में अपने होम क्वारैंटाइन पीरियड के कारण मैं संजू के साथ हॉस्पिटल में उनके साथ नहीं रह सकूंगी। हालांकि यह कुछ दिन में खत्म हो जाएगा। हर लड़ाई में मशाल लेकर चलने वाला और किले को देखरेख करने वाला कोई होता है।
- प्रिया जिन्होंने हमारे परिवार द्वारा चलाए जा रहे कैंसर फाउंडेशन के साथ दो दशकों से बड़े पैमाने पर काम किया है, और जिन्होंने अपनी मां को इस बीमारी से भी जूझते हुए देखा है, वे ही हमारी मशाल पकड़े हुए हैं, जबकि मैं किले को संभालूंगी।
- जो लोग लगातार पूछ रहे हैं उनके लिए बताना चाहूंगी कि संजू अपना शुरुआती इलाज मुंबई में ही कराएंगे। हम आगे की योजनाएं तब बनाएंगे जब कोविड के हालात सामान्य हो जाएंगे। फिलहाल संजू कोकिलाबेन हॉस्पिटल के डॉक्टर्स के हवाले हैं।
- मैं हर किसी से हाथ जोड़कर यही विनती करती हूं कि संजू की बीमारी की स्टेज के बारे में अनुमान न लगाएं। डॉक्टर्स को अपना काम करने दें। हम आपको लगातार उनकी सेहत में हो रहे सुधार के बारे अपडेट करते रहेंगे।
- संजू सिर्फ मेरे पति और हमारे बच्चों के पिता ही नहीं हैं बल्कि पिता सुनील और मां नरगिस के जाने के बाद वे अंजू और प्रिया के लिए पिता समान हैं। वह हमारे परिवार के दिल और आत्मा हैं।
- जब हमारा परिवार पूरी तरह हिल गया है तो हम जी-जान लगाकर लड़ने तैयार हैं। हमारी तरफ से आपके द्वारा की गई प्रार्थनाओं और भगवान का साथ पाकर हम इस मुसीबत से पार पाएंगे। हम जीतेंगे।