राजधानी में 15 दिनों से संक्रमितों के मुकाबले ठीक होने वाले मरीजों की संख्या कम रही है। जुलाई माह के अंतिम सप्ताह में जितने कोरोना के नए केस आए थे। उससे करीब दो गुना मरीज ठीक भी हुए थे, लेकिन अब यह संख्या घट रही है। हालांकि, इसमें ज्यादा अंतर नहीं आया है और दिल्ली में कोरोना का रिकवरी रेट 90 फीसदी से ज्यादा बना हुआ है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक,बीते 15 दिनों में संक्रमण के 16983 मामले आए हैं और 15441 मरीज ठीक हुए हैं। यानी,ठीक होने वाले मरीजों की संख्या संक्रमितों से कम रही। इस दौरान रोजाना औसतन 1132 केस आए और 1036 लोग स्वस्थ भी हुए। इस माह जब भी जांच की संख्या 12 हजार के करीब हुई। कोरोना के मामले भी एक हजार से नीचे पहुंच गए। जून माह में इतनी ही जांच पर 2500 तक केस आते थे।
अपोलो अस्पताल के डॉक्टर प्रवीण कुमार बताते हैं कि इस माह संक्रमितों के मुकाबले ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में ज्यादा कमी नहीं हुई है। इसलिए दिल्ली का रिकवरी रेट 90 फीसदी के आसपास बना हुआ है। काफी दिनों से यही स्थिती बनी है। उन्होंने कहा कि रोजाना आने वाले मामलों में ज्यादा इजाफा नहीं हो रहा है। संक्रमण दर करीब 7 फीसदी ही है। इससे पता चलता है कि जांच जिस दिन बढ़ती है। उस दिन मामले ज्यादा नहीं बढ़ते। 23 हजार जांच होने पर भी 1300 से कम केस ही आ रहे हैं। जो एक अच्छा संकेत है।
अगस्त माह में चार बार एक हजार से नीचे गए हैं संक्रमण के मामले
अगस्त माह में अभी तक चार बार संक्रमण के मामलों की संख्या एक हजार से नीचे गई है। जून और जुलाई महीनें में ऐसा एक बार ही हुआ था। इस हिसाब से देखे तो इस माह नए मामले जून और जुलाई की अपेक्षा काफी कम रहे हैं। इस दौरान रोजाना आने वाले केस की संख्या 16 अगस्त को सबसे कम (652) और 8 अगस्त को सबसे ज्यादा 1404 रही। यानी,एक भी दिन संक्रमितों की संख्या 1500 से ऊपर नहीं गई।