मुंबई । महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार ने मुहर्रम मनाने के लिए परिपत्रक जारी किया है। सरकार ने मुसलमानों से अपील की है कि वे शांतिपूर्वक मुहर्रम मनाएं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। एक जगह पर ज्यादा लोग जमा न हों।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने सभी धार्मिक कार्यक्रमों पर पाबंदी लगा रखी है। मुहर्रम का महीना शुक्रवार से शुरू हो रहा है। मुहर्रम की 10 तारीख को करबला की जंग में 30 अगस्त को पड़ने वाली मुहर्रम की 10 तारीख को इमाम हुसैन की शहादत की याद में यह त्योहार मनाया जाएगा। महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को एक परिपत्र जारी करते हुए सादगी से मुहर्रम मनाने की अपील की है।
सरकार ने परिपत्रक में कहा है कि कोविड-19 के दौरान सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रमों पर पाबंदी के चलते इस साल मातम की अनुमति नहीं होगी। परिपत्र में कहा गया है कि मुसलमान अपने घरों में मातम कर सकते हैं। सरकार ने कहा कि एक सोसायटी में रहने वाले लोग भी मातम के लिए एकत्रित न हों और नियमों का पालन करते हुए मजलिस का ऑनलाइन आयोजन करें।
परिपत्र में कहा गया है कि ताजिया (हज़रत इमाम के मक़बरे का प्रतीक) निकालने की भी अनुमति नहीं होगी। सरकार ने कहा कि छबील (स्टॉल) लगाने के लिए स्थानीय प्रशासन से अनुमति लेनी होगी और उन पर दो से अधिक लोग खड़े नहीं हो सकेंगे। परिपत्र के अनुसार, छबील से केवल बोतलबंद पानी ही वितरित किया जा सकता है और वहां साफ-सफाई तथा शारीरिक दूरी का ध्यान रखा जाना चाहिए। सरकार ने कहा कि किसी भी कार्यक्रम में चार से अधिक लोगों को शिरकत करने की अनुमति नहीं होगी। सरकार ने लोगों से कोविड-19 हालात को देखते हुए रक्त और प्लाज्मा दान शिविर लगाने जैसी स्वास्थ्य पहल करने का अनुरोध किया है।
गाइडलाइंस की मुख्य बातें
– मुसलमान अपने घरों में मनाए मातम
– मातम के लिये एकत्रित न हों
– मजलिस का ऑनलाइन आयोजन किया जाए
– छबील (स्टॉल) लगाने के लिए स्थानीय प्रशासन से अनुमति लेनी होगी
-छबील से केवल बोतलबंद पानी ही वितरित किया जा सकता है