देश की आर्थिक राजधानी मुंबई साल 1993 बम एक के बाद एक तेरह विस्फोट से दल उठी थी। इस ब्लास्ट का मास्टरमाइंट दाऊद इब्राहिम देश से भागने कामयाब रहा और पाकिस्तान में जाकर शरण ले ली। भारत ने पाकिस्तान से कई बार दाऊद समेत वांछित अपराधियों की सूची सौंपकर उन पर कार्रवाई की मांग की। भारत ने अमेरिका की मदद से दाऊद को ग्लोबल टेररिस्ट भी घोषित करा दिया था। उसके बावजूद हर बार पाकिस्तान इससे इनकार करता रहा। लेकिन, पहली बार पाकिस्तान ने न सिर्फ ये माना है कि वह पाकिस्तान में रहता है बल्कि उसके ऊपर कार्रवाई भी की है।
पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी वित्त पोषण पर निगरानी रखने वाली संस्था वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की ग्रे लिस्ट से बाहर होने की कोशिशों के तहत अपने यहां पर इस तरह की बड़ी कार्रवाई की है। उसने 88 प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और हाफिज सईद, मसूद अजहर और दाऊद इब्राहिम समेत उनके आकाओं पर कड़े वित्तीय प्रतिबंध लगाये हैं। एक खबर में शनिवार को यह जानकारी दी गई है। यानी, जो पाकिस्तान अब तक अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद को लेकर ना-नुकुर करता रहा उसने अब उस पर प्रतिबंध लगाए हैं।
खबर के अनुसार इन आतंकी संगठनों और उनके आकाओं की सभी संपत्तियों को जब्त करने और बैंक खातों को सील करने के आदेश दिए हैं। पेरिस स्थित एफएटीएफ ने जून, 2018 में पाकिस्तान को ‘ग्रे लिस्ट में डाला था और इस्लामाबाद को 2019 के अंत तक कार्ययोजना लागू करने को कहा था लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इस समय सीमा बढ़ा दी गई थी।
सरकार ने 18 अगस्त को दो अधिसूचनाएं जारी करते हुए 26/11 मुंबई हमले के साजिशकर्ता और जमात-उद-दावा के सरगना सईद, जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख अजहर और अंडरवर्ल्ड डॉन इब्राहीम पर प्रतिबंधों की घोषणा की थी। इब्राहिम 1993 मुंबई बम विस्फोटों के बाद भारत के लिए सबसे वांछित आतंकवादी बन कर उभरा है।
पाकिस्तानी समाचार पत्र ‘द न्यूज की खबर के अनुसार पाकिस्तान सरकार ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) द्वारा जारी नई सूची के अनुपालन में आतंकवादी समूहों के 88 आकाओं और सदस्यों पर प्रतिबंध लगाये हैं। अधिसूचनाओं में घोषित प्रतिबंध जमात-उद-दावा, जैश-ए-मोहम्मद, तालिबान, दाएश, हक्कानी समूह, अलकायदा और अन्य पर लगाये गये हैं।
खबर के अनुसार सरकार ने इन संगठनों और आकाओं की सभी चल और अचल संपत्तियों को जब्त करने और उनके बैंक खातों को सील करने के आदेश दिये है। खबर के अनुसार सईद, अजहर, मुल्ला फजलुल्ला (उर्फ मुल्ला रेडियो), जकीउर रहमान लखवी, मुहम्मद यह्या मुजाहिद, अब्दुल हकीम मुराद, नूर वली महसूद, उजबेकिस्तान लिबरेशन मूवमेंट के फजल रहीम शाह, तालिबान नेताओं जलालुद्दीन हक्कानी, खलील अहमद हक्कानी, यह्या हक्कानी, तथा इब्राहीम और उनके सहयोगी सूची में हैं।