लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलिया में पत्रकार रतन सिंह की हत्या पर गहरा दु:ख जताने के साथ हत्यारोपितों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने रतन सिंह के परिवार के लोगों को दस लाख रुपया की आर्थिक मदद भी दी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलिया में सोमवार रात पत्रकार रतन सिंह की हत्या का संज्ञान लिया है। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मृतक रतन सिंह के परिवार के लोगों को तत्काल दस लाख रुपया की आर्थिक सहायता राशि देने का निर्देश दिया है। सीएम ने इस हत्या के मामले में आरोपितों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई भी करने का निर्देश दिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस हत्या के प्रकरण में लापरवाह पुलिसकर्मियों को दंडित भी करने का निर्देश जारी कर दिया है।
बलिया के फेफना गांव में एक निजी न्यूज चैनल के पत्रकार रतन सिंह की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस ने सोमवार की देर रात प्रधान प्रतिनिधि समेत दस लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने अरविंद सिंह, दिनेश सिंह व सुनील कुमार सिंह के साथ अन्य को गिरफ्तार किया है। एसपी देवेंद्र नाथ ने बताया कि रतन सिंह के परिवार के लोग जिनका नाम बताएंगे, उनको गिरफ्तार भी किया जाएगा। आरोपितों पर कठोर एक्शन लेने के निर्देश हैं, अत: हम इनके खिलाफ गैंगस्टर या एनएसए के तहत भी कार्रवाई कर सकते हैं। पुलिस घटना को पुरानी रंजिश व जमीनी विवाद से जोड़कर देख रही है।
एसपी ने बताया कि रतन सिंह तथा उनके पड़ोसियों के बीच इससे पहले भी दिसंबर 2019 को आबादी की जमीन का विवाद सामने आया था। इस विवाद में क्रॉस एफआइआर हुई थी। विवेचना में रतन सिंह का नाम हटाया गया था। कल रात भी इसी जमीन को लेकर विवाद हुआ था। आबादी की जमीन पर रतन सिंह के परिवार ने पुआल रखा था, जिसपर आरोपित पक्ष ने कल शाम भूसी को रख दी गई थी।
अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि बलिया में पत्रकार रतन सिंह की गोली मारकर हत्या में उनके पट्टीदार दिनेश सिंह मुख्य आरोपित हैं। जल्द ही इस मामले में सभी आरोपियों की गिरफ्तारी होगी। अवनीश अवस्थी ने बताया कि दिसंबर के बाद चार महीने पहले भी इन दोनों परिवार के बीच आपसी झगड़ा हुआ था। कल शाम को मामूली बात पर ही ग्राम प्रधान के बुलाने पर विरोधियों ने रतन सिंह पर लाठी-डंडों से वार करने के बाद गोली मारकर हत्या कर दी।