महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में पांच मंजिला आवासीय इमारत गिरने की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। इनमें छह पुरुष और सात महिलाएं शामिल हैं मृतकों में बच्चे की मां (30) और सात साल और दो साल की उसकी दो बहनें शामिल हैं। वहीं, कई लोग अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं।
आठ लोग अब भी लापता
एक अधिकारी ने बताया कि मलबे से अब तक आठ लोगों को बचाया गया है और आठ लोग अब भी लापता हैं। उन्होंने बताया कि इमारत ढहने के दौरान पत्थर लगने से घायल एक व्यक्ति की सोमवार रात दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई।
पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने मंगलवार को तारिक गार्डन के बिल्डर और आर्किटेक्ट सहित पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बिल्डर फारुक काजी, सलाहकार बाहुबली धामने और आर्किटेक्ट गौरव शाह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मंत्री ने किया मुआवजे का एलान
इस घटना के बाद महाराष्ट्र के मंत्री विजय वडेट्टीवार ने मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। वहीं, घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। मंत्री ने आगे कहा कि जिन लोगों ने अपने घर खो दिए हैं, उन्हें भी कुछ मदद दी जानी चाहिए इसलिए हम इसे कल मंत्रिमंडल के सामने रखेंगे। हम इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने निर्दोष लोगों की हत्या की। उन्होंने कहा कि निर्माण सामग्री की गुणवत्ता बहुत खराब है और हाथों से टूट रही है।
20 घंटे बाद मलबे से सुरक्षित बाहर निकला चार साल का बच्चा
इसी बचाव कार्य के दौरान एनडीआरएफ की टीम ने एक चार साल के बच्चे को 20 घंटे बाद इमारत के मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला। रायगढ़ में सोमवार शाम करीब सात बजे के आसपास इमारत गिरी थी। तब से लगातार बचाव कार्य जारी है। इस घटना में अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है।
बच्चे की तबीयत ठीक
एनडीआरएफ की डिप्टी कमांडेंट ने बच्चे की तबीयत ठीक बताई है और कहा है कि बच्चा स्वस्थ है। आप इस वीडियो में देख सकते हैं कि कैसे चार साल के बच्चे को एनडीआरएफ की टीम बाहर निकालकर ला रही है। इस वीडियो में बच्चा धूल से लथपथ है और हैरान नजर आ रहा है। अधिकारी ने बताया कि बच्चा एक किनारे में दुबका हुआ था। एनडीआरएफ टीम के दो लोग जब मलबा हटा रहे थे तभी किनारे पर बैठे इस बच्चे पर नजर गई। इसके बाद बच्चे को बाहर निकाला गया और मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल भेजा गया।
इमारत दस साल पुरानी थी
पुलिस ने बताया कि इमारत दस साल पुरानी थी और मलबे में अभी भी करीब 18 लोगों के फंसे होने की आशंका है। घटनास्थल पर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) द्वारा खोज और बचाव अभियान जारी है। अधिकारी ने बताया कि इमारत में 45 फ्लैट थे। उन्होंने बताया कि कई लोगों को इमारत के मलबे से निकाला गया है और उन्हें महाड के स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जो मुंबई से करीब 170 किलोमीटर दूर है।