दिल्ली । राजधानी में यमुना नदी के जलस्तर में शुक्रवार को इजाफा हुआ है। हरियाणा की हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने और मूसलाधार बारिश के कारण शुक्रवार को यमुना का जलस्तर 204.30 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 205.33 मीटर से कुछ कम है।
बृहस्पतिवार को यमुना का जलस्तर 203.77 मीटर दर्ज किया गया था। हालांकि, इसको देखते हुए प्रशासन अलर्ट पर है और यमुना किनारे की 24 घंटे निगरानी की जा रही है।
यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन की ओर से 54 नाव को तैयार किया गया है। इसके साथ ही यमुना में करीब 24 नाव को उतारा गया है। यह लगातार यमुना के निचले इलाकों में नजर बनाए हुए हैं। आपदा प्रबंधन की टीम की ओर से प्रत्येक नाव पर दो गोताखोर तैनात किए गए हैं।
वहीं, करीब 108 गोताखोर की टीम भी बनाई गई है जिन्हें जरूरत होने पर यमुना में उतारकर राहत व बचाव का कार्य किया जा सकता है। गौरतलब है कि जब भी यमुना में जलस्तर खतरे का निशान पार करता है तो यमुना के निचले इलाकों में पानी भर जाता है। इसमें यमुना खादर, गढ़ी मांडू, शास्त्री पार्क, पुराना लोहे का पुल, उस्मानपुर व पुस्ता रोड आदि इलाके हैं जहां काफी संख्या में लोग रहते हैं।