आजाद समाज पार्टी अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से करेगी। इस कदम से राजनीतिक गलियारों में चर्चा होने लगी है। पंचायत चुनाव के बाद आसपा की निगाह 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव पर है।
भीम आर्मी भारत एकता मिशन के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने कुछ समय पहले आजाद समाज पार्टी का गठन किया था। जुलाई में ही पार्टी का मंडल कार्यालय सहारनपुर में दिल्ली रोड पर पैरामाउंट में खोला गया। अब शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़ सहित पश्चिमी यूपी के अलावा पूरे प्रदेश में पार्टी की कमेटियां गठित करने की तैयारी है।
हालांकि पंचायत चुनाव टल गए हैं, लेकिन त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायत) में भी आजाद समाज पार्टी प्रत्याशी उतार सकती है। इससे बसपा नेताओं की बेचैनी बढ़ सकती है। क्योंकि दोनों ही दलों के वोट का आधार एक जैसा है। चर्चा यह भी है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में इस बार बसपा भी कूद सकती है।
पंचायत चुनाव में प्रत्याशी उतारे जाएंगे और जिताने का भरसक प्रयास किया जाएगा। फिलहाल पार्टी को मजबूत करने पर जोर है। सभी जिलों में कमेटियां बनाई जा रही हैं। आगामी विधानसभा चुनाव भी लड़ा जाएगा –चंद्रशेखर आजाद, आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष