जेईई मेन परीक्षा के पहले दिन यानि की एक सितंबर को गुजरात में 45 फीसदी छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि जेईई मेन परीक्षा छोड़ने वाले अभ्यर्थियों का प्रतिशत पहले के वर्षों में 25-30 फीसदी रहा है, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से इस परीक्षा में इस साल शामिल नहीं होने वाले अभ्यर्थियों का आकंड़ा 10-15 फीसदी बढ़ गया है।
गौरतलब है कि एक सितंबर को जेईई मेन परीक्षा बी. आर्किटेक्चर और बी. प्लानिंग के उम्मीदवारों के छात्रों के लिए आयोजित की गई थी। गुजरात के लिए जेईई कोऑर्डिनेटर वीरेंद्र रावत का कहना है कि परीक्षा के पहले दिन 3,020 पंजीकृत छात्रों में से केवल 1,664 या 55 फीसदी छात्र परीक्षा में मौजूद रहे, जबकि 1,356 (45%) छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हुए। उन्होंने कहा कि आमतौर पर हर साल 25 से 30 फीसदी छात्र परीक्षा छोड़ते हैं, पर इस बार परीक्षा छोड़ने वाले छात्रों की संख्या 10 से 15 फीसदी बढ़ गई है।
गौरतलब है कि अलग-अलग राज्यों में पहले दिन जेईई मेन परीक्षा को लेकर छात्र परीक्षा केंद्रों से लौटते हुए नजर आए। कई सूबों में परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में दिक्कत हुई तो कई छात्रों ने खुशी-खुशी परीक्षा दी। पश्चिम बंगाल में जेईई परीक्षा देने वाले छात्रों को भारी बारिश और परिवहन की कमी की वजह से परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में दिक्कत हुई।