प्रयागराज। प्रयागराज के पड़ोसी जिले में बड़ी घटना हुई है। दिव्यांग नाबालिग की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई। सूचना पर सक्रिय हुई पूरामुफ्ती थाने की पुलिस गांव पहुंची और आरोपित को पकड़ने के लिए छापेमारी की। घेराबंदी देख आरोपित भागने लगा। पीछा करते हुए पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए पैर में गोली मारी। इससे वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर गया। आरोपित को गिरफ्तार कर पुलिस अस्पताल में भर्ती कराया।
पूरामुफ्ती थाना इलाके की घटना, खेत में चारा लेने गई थी किशोरी
कौशांबी के पूरामुफ्ती थाने के एक गांव की रहने वाली मूक-बधिर दलित दिव्यांग 14 वर्षीय किशोरी गुरुवार की दोपहर करीब तीन बजे खेत में चारा लेने के लिए गई थी। इसी दौरान वहां गांव का ही राजेश पुत्र मन्नी किशोरी को अकेला देखा तो उसकी नीयत में खोट आ गया। आरोप है कि उसने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया फिर पहचान छिपाने के लिए उसने गला दबाकर हत्या कर दी। उधर शाम तक जब किशोरी अपने घर नहीं लौटी तो परिवार के लोगों के साथ ही ग्रामीण उसकी खोजबीन करने लगे। खोजबीन के दौरान रात दस बजे गांव के बाहर स्थित बगीचे के पेड़ के नीचे टार्च की रोशनी में संदिग्ध युवक दिखा। ग्रामीणों के ललकारने पर वह भागने लगा।
पुलिस पर आरोपित ने गोली चलाई तो पुलिस ने जवाबी फायरिंग की
इसी दौरान ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। घटना की जानकारी मिलते ही एसपी अभिनंदन सिंह, सीओ केजी सिंह व इंस्पेक्टर रमेश पटेल ने पुलिस बल के साथ खोजबीन शुरू कर दी। छह घंटे बाद भोर चार बजे खेतों में पुलिस को देख युवक तमंचे से फायर कर भागने लगा। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की। इससे भाग रहे युवक के पैर में गोली लग गई। गोली लगने पर वह जमीन पर गिर गया। पुलिस ने वहां से एक 315 बोर का तमंचा व दो जिंदा कारतूस बरामद किया।
पुलिस ने कहा-आरोपित ने दुष्कर्म कर हत्या की बात कबूली
पुलिस की मानें तो युवक ने पूछताछ में किशोरी के साथ दुष्कर्म कर हत्या कर शव सरपत की झाड़ियों में फेंकने की बात कबूल की। युवक के निशानदेही पर पुलिस ने किशोरी के शव को बरामद कर उसे पुलिस की अभिरक्षा में इलाज को अस्पताल भेज किशोरी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
ग्रामीणों और पुलिस की मानें इससे पहले भी राजेश कई वारदात को अंजाम दे चुका था। उसने कई हत्या, लूट और दुष्कर्म की वारदात में शामिल था। उसकी पुलिस को तलाश थी। उधर किशोरी दिव्यांग थी। वह बोल नहीं सकती थी। भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी। परिवार के सदस्यों का रो-रोकर हाल बेहाल है।