लखनऊ। देश भर के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए आयोजित होने वाली नेशनल इलिजिब्लिटी कम एंट्रेस टेस्ट(नीट 2020) का रविवार काे कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुई। नीट के लिए राजधानी में 72 केंद्र बनाए गए हैं। जिसमें करीब 36 हजार अभ्यर्थियों के शामिल होने का अनुमान है। परीक्षा के लिए केंद्रों पर दोपहर 12 बजे से प्रवेश शुरू हो गया। सभी अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र पर शारीरिक दूरी बनाते हुए प्रवेश किए। वहीं कई अभ्यर्थियों ने चेहरे पर फेस शील्ड भी लगाई हुई थी। पेपर दोपहर दो बजे से लेकर शाम पांच बजे तक चलेगा।
परीक्षा के लिए दोपहर 12 बजे से अभ्यर्थियों की भीड़ केंद्रों के बाहर इकठ्ठी होने लगी। सभी अभ्यर्थियों का गेट पर थर्मल स्कैनर से टैम्प्रैचर चेक किया गया। अभ्यर्थियों ने कोविड प्रोटोकॉल को देखते हुए मुंह पर मास्क लगा रखे थे। साथ ही अभ्यर्थियों को स्वयं प्रमाणित स्वास्थ्य प्रमाण पत्र भी लाना है। इसके अलावा अभ्यर्थी हैंड सैनिटाइजर की बोतल भी लेकर आए। वहीं अभ्यर्थियों को केवल ट्रांसपेरेंट पानी की बोतल ले जाने की अनुमति दी जा रही है।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी केंद्रों पर एहतियात संबंधी विशेष इंतेजाम किये गए हैं। परीक्षा का आयोजन दोपहर दो बजे से लेकर शाम पांच बजे तक होगा। परीक्षा पैन और पेपर मोड में होगी। परीक्षा के सिटी कोऑर्डिनेटर अवनी कमल ने बताए कि सभी केंद्रों पर कोविड 19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा। नीट की परीक्षा का आयोजन टीसीएस करवा रही है।
केंद्रों में प्रवेश करते समय कई अभ्यर्थी अपना पैन लेकर आए थे जिसे वहीं जमा करवा लिया गया। सभी अभ्यर्थियों को सेंटर्स से ही पैन उपलब्ध कराए गए। वहीं नीट की परीक्षा में गर्ल्स कैंडिडेट भी सलवार सूट/ कुर्ता पायजामा य किसी अन्य ड्रेस पहने हुए हैं तो वे प्रवेश नहीं पाएंगी। लोअर टीशर्ट नीट का स्टेन्डर्ड ड्रेस कोड है।
पारा के अवध कोलीजियेट में परीक्षा दिलाने आये राकेश कुमार का कहना है कि पॉकेट लेस पैंट पहन कर आना था, लॉकडाउन में तलाश करनी पड़ी, यहां आये तो पता चला सब अलाउल्ड है। ऐसे नियम बनाने से क्या फायदा अभिभावक ही परेशान होते है। वृंदावन कॉलोनी से परीक्षा देने आई पलक ने बताया कि काफी लंबा इन्तजार करना पड़ा। पहले मई, फिर जुलाई और फिर अगस्त और अब सितम्बर में हो रही है। तैयारी तो पूरी थी, लेकिन परीक्षा को लेकर असमंजस था। पुरनिया से आई सुष्मिता का कहना है कि तैयारी पूरी थी, समय टलने से और बढ़िया तैयारी हो गई। वहीं परीक्षा के दौरान कोरोना संक्रमण के नियमों का पालन नजर नहीं आया। पुलिस की व्यवस्था न होने से शरीरिक दूरी के नियम तार तार हो गए।