लखनऊ। कानपुर के बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश उर्फ दीपक के कृष्णानगर स्थित घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा कर दी गई है। साथ ही एक नोटिस डाक से बिकरू गांव भी भेजी गई है। इसके साथ ही दीप प्रकाश का गैरजमानती वारन्ट भी पुलिस को एक दिन पहले मिल गया है। दीप प्रकाश पर 20 हजार रुपये इनाम पहले की घोषित किया जा चुका है।
तीन जुलाई को बिकरू में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद विकास को ढूंढ़ रही पुलिस ने लखनऊ के कृष्णानगर में बने उसके व भाई दीप के घर पर भी दबिश दी थी। दीप के घर से सरकारी एम्बेस्डर कार बरामद हुई थी। पता चला था कि नीलामी में यह कार वृन्दावन योजना के विनीत पाण्डेय ने ली थी। विनीत से जब पूछताछ हुई तो सामने आया कि एक दिसंबर, 2009 को यह कार विकास दुबे और उसके भाई दीप ने धमका कर ले ली थी।
इसके बाद विनीत की तहरीर पर विकास व दीप प्रकाश के खिलाफ धोखाधड़ी, रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने की एफआईआर दर्ज की गई थी। विकास मुठभेड़ में मारा जा चुका है जबकि दीप अभी फरार है। दीप के खिलाफ आगे की कार्रवाई के लिये ही पुलिस ने गैरजमानती वारन्ट हासिल किया और अब कुर्की की कवायद शुरू कर दी है।