एक्टर सुशांत सिंह राजपूत का विसरा सही तरीके से सुरक्षित (प्रिजर्व) नहीं किया गया था। न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से यह रिपोर्ट दी है। इसके मुताबिक ऐसा लग रहा है कि मुंबई पुलिस या फिर सुशांत की ऑटोप्सी करने वाले कूपर अस्पताल के मेडिकल बोर्ड ने गंभीर लापरवाही बरती थी।
विसरा की जांच से सुशांत की मौत की सही वजह का खुलासा हो सकता है। लेकिन, ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) की फोरेंसिक टीम को जो विसरा मिला है, वह काफी कम और विकृत (डिजेनरैटिड) है। इससे जांच में मुश्किल हो रही है। सुशांत की मौत के मामले में एम्स की टीम अगले हफ्ते रिपोर्ट सौंपेगी।
सीबीआई के कहने पर एम्स की टीम जांच कर रही
कई मीडिया रिपोर्ट्स में मुंबई पुलिस के इस दावे पर सवाल उठाए जा चुके हैं कि सुशांत ने आत्महत्या की थी। सुशांत के परिवार और फैन्स इस बात की आशंका जता रहे हैं कि एक्टर की मौत की वजह जहर या ड्रग्स ओवरडोज हो सकती है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सुशांत मामले की जांच सीबीआई कर रही है। जांच एजेंसी के कहने पर एम्स के फोरेंसिक एक्सपर्ट से विसरा जांच शुरू करवाई गई थी।
कूपर अस्पताल ने विसरा सैंपल मुंबई पुलिस को सौंपा था
मुंबई के कूपर अस्पताल के 5 डॉक्टर्स के बोर्ड ने 15 जून को सुशांत की ऑटोप्सी की थी। मेडिकल बोर्ड ने फांसी लगाने से सुशांत की मौत होना बताया था। कूपर अस्पताल की टीम ने सुशांत का विसरा एक बॉटल में प्रिजर्व कर मुंबई पुलिस को सौंपा था। विसरा में मृतक के लिवर, पैंक्रियाज और आंत जैसे अंगों के इंटरनल पार्ट्स होते हैं।